Lok Sabha Elections 2024: केसीआर पर चुनाव आयोग ने तरेरी आंख, कांग्रेस पर आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए बीआरएस प्रमुख को जारी किया नोटिस, 18 अप्रैल तक देना है जवाब
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 17, 2024 10:13 AM2024-04-17T10:13:12+5:302024-04-17T10:16:38+5:30
चुनाव आयोग ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ "अपमानजनक" टिप्पणी पर भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को नोटिस जारी किया है।
नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पार्टी के खिलाप "अपमानजनक" टिप्पणी करने के लिए भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव को नोटिस जारी किया है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेता जी निरंजन की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कहा कि केसीआर ने 5 अप्रैल को सिरसिला में अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस पार्टी की तीखी आलोचना करते हुए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया था।
आयोग ने यह भी कहा कि केसीआर को उनके भाषण के संबंध में पहले भी हमारी ओर से कई सलाह और निर्देश जारी किए गए थे। आयोग को 6 अप्रैल को तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष जी. निरंजन से एक शिकायत मिली थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया है कि के चंद्रशेखर राव ने सिरसिला में अपनी प्रेस मीटिंग में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ अभद्र, अपमानजनक और आपत्तिजनक आरोप लगाए थे।
चुनाव आयोग ने केसीआर से 18 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक अपनी टिप्पणी के संबंध में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है। आयोग ने यह भी कहा कि निर्धारित समय के भीतर उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने पर चुनाव आयोग आरोप के संबंध में उचित कार्रवाई करेगा।
इस बीच चुनाव आयोग ने बीते मंगलवार को लोकसभा के आम चुनावों की घोषणा के साथ 16 मार्च, 2024 से आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के बाद से चुनाव निकाय द्वारा की गई कार्रवाइयों को सूचीबद्ध किया। चुनाव आयोग ने साझा किया कि कुल शिकायतों में से 51 भारतीय जनता पार्टी से थीं, जिनमें से 38 मामलों में कार्रवाई की गई। वहीं कांग्रेस के खिलाफ 59 मामले थे, जिनमें से 51 मामलों में आयोग ने एक्शन लिया है।
आयोग को अन्य पक्षों से प्राप्त शिकायतें 90 थीं, जिनमें से 80 मामलों में कार्रवाई की गई है। चुनाव आयोग ने कुछ "अनुकरणीय निर्णय" सूचीबद्ध किए जो उन्होंने राजनीतिक दलों के बीच समान अवसर बनाए रखने के लिए आदर्श आचार संहिता के अंतिम महीने के दौरान लिए थे।
चुनाव आयोग ने कहा कि उन्होंने महिलाओं के खिलाफ अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले दलों के नेताओं को नोटिस जारी करके महिलाओं की गरिमा और सम्मान को बनाए रखने के लिए कड़ा रुख अपनाया है।