Lok Sabha Elections 2024: "कांग्रेस गलत निर्णय ले रही है, जो अंततः उसे विनाश की ओर ले जाएगी", शिवराज सिंह चौहान ने अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 29, 2024 10:23 AM2024-04-29T10:23:48+5:302024-04-29T10:26:52+5:30
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी दिशा और दृष्टि दोनों खो चुकी है।
ग्वालियर: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और विदिशा से बीजेपी उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने अरविंदर सिंह लवली के इस्तीफे पर कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी दिशा और दृष्टि दोनों खो चुकी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार शिवराज सिंह चौहान ने बीते रविवार को ग्वालियर में एक सार्वजनिक बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, "कांग्रेस में न तो कोई दिशा बची है और न ही कोई दृष्टि। वे गलत निर्णय ले रहे हैं, जो अंततः उन्हें विनाश की ओर ले जाएंगे। यही कारण है कि सभी अच्छे लोगों ने कांग्रेस छोड़ दी है।"
चौहान ने कहा, "मैं ग्वालियर में था और 2 मई को फिर से दौरा करूंगा। आज मैंने ग्वालियर और मुरैना का दौरा किया, हर जगह मोदी लहर है। भाजपा के लिए समर्थन सिर्फ एक लहर नहीं है, यह एक तूफान है। मध्य प्रदेश में भाजपा सभी 29 सीटें जीतेंगे।''
मालूम हो कि दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने बीते 28 अप्रैल को अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
अरविंदर सिंह लवली ने अपने इस्तीफे में लिखा, "दिल्ली कांग्रेस इकाई उस पार्टी के साथ गठबंधन के खिलाफ थी, जो कांग्रेस पार्टी के खिलाफ झूठे, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण भ्रष्टाचार के आरोप लगाने के एकमात्र आधार पर बनी थी। इसके बावजूद पार्टी ने दिल्ली में 'आप' के साथ गठबंधन करने का फैसला किया।''
लवली को अगस्त 2023 में इस पद पर नियुक्त किया गया था। लवली ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने पत्र में कहा कि दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा लिए गए सभी सर्वसम्मत निर्णयों को एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने एकतरफा वीटो कर दिया है।
उन्होंने कहा, "डीपीसीसी अध्यक्ष के रूप में मेरी नियुक्ति के बाद से एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने मुझे डीपीसीसी में कोई भी वरिष्ठ नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी है। डीपीसीसी के मीडिया प्रमुख के रूप में एक अनुभवी नेता की नियुक्ति के मेरे अनुरोध को स्पष्ट रूप से अस्वीकार कर दिया गया था। आज एआईसीसी महासचिव (दिल्ली प्रभारी) ने डीपीसीसी को शहर में सभी ब्लॉक अध्यक्षों की नियुक्ति करने की अनुमति नहीं दी है, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में 150 से अधिक ब्लॉकों में वर्तमान में कोई ब्लॉक अध्यक्ष नहीं है।"