Lok Sabha Elections 2024: "कांग्रेस महज भ्रम फैला रही है, नहीं बदला जा सकता है संविधान", ओम बिड़ला ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 23, 2024 08:46 AM2024-04-23T08:46:53+5:302024-04-23T08:51:00+5:30
राजस्थान के कोटा से भाजपा उम्मीदवार ओम बिड़ला ने अनुसूचित जाति के भीतर भ्रम फैलाने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा संविधान न तो बदलना चाहती है और न ही लोगों के अधिकारों में कटौती करना चाहती है।
कोटा: लोकसभा अध्यक्ष और 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए कोटा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार ओम बिड़ला ने अनुसूचित जाति के भीतर भ्रम फैलाने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा न तो संविधान को बदलना चाहती है और न ही लोगों के अधिकारों में कटौती करना चाहती है। भाजपा प्रत्याशी बिड़ला ने भरोसा दिलाया कि देश का संविधान कभी नहीं बदला जा सकता है।
कोटा में बीते सोमवार को एएनआई से बात करते हुए बिड़ला ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि संविधान को कभी नहीं बदला जा सकता है। कोई भी मूर्ख नहीं बनेगा। कांग्रेस झूठी बातें फैलाने और अनुसूचित जाति के भीतर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है।"
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, "अगर किसी ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और दलितों के अधिकारों को सुरक्षित और संरक्षित किया है तो यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया है।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार संविधान को बदलना चाहती है और लोगों के अधिकारों में कटौती करना चाहती है।
प्रियंका गांधी ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कांग्रेस के चुनावी सभा में कहा, "भाजपा नेता हर किसी से कह रहे हैं कि उन्हें 400 सीटें मिलेंगी तो वे संविधान बदल देंगे। दूसरी ओर नरेंद्र मोदी कहते हैं कि हम संविधान नहीं बदलेंगे। यह एक साजिश है। संविधान महिलाओं को समानता और आदिवासियों को 'जल, जंगल' का अधिकार देता है।"
उन्होंने कहा, "यह वही संविधान है. जिसके लिए देश के महापुरुषों ने अपना बलिदान दिया। वे संविधान को बदलना चाहते हैं क्योंकि पीएम केवल सत्ता के लिए लोगों के अधिकार को कमजोर करना चाहते हैं। वे आरक्षण को कमजोर करना चाहते हैं।”
मालूम हो कि राजस्थान में लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण में 12 सीटों के लिए 19 अप्रैल को मतदान हुआ था और बाकी 13 सीटों के लिए दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा। मतगणना 4 जून को होगी।
2019 में बीजेपी ने 25 में से 24 सीटें जीतकर प्रचंड जीत दर्ज की। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के हनुमान बेनीवाल ने भी एक सीट जीती थी। 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फैले 102 संसदीय क्षेत्रों के लिए पहले चरण का मतदान शुक्रवार को हुआ, जिसमें लगभग 64 प्रतिशत मतदान हुआ।
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, और पश्चिम बंगाल सहित अंडमान और निकोबार, लक्षद्वीप, जम्मू और कश्मीर और पुडुचेरी जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान हुआ था।
18वीं लोकसभा के 543 सदस्यों को चुनने के लिए भारत में 19 अप्रैल से 1 जून तक सात चरणों में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं और 4 जून को चुनाव के परिणाम आएंगे।