Lok Sabha Elections 2024: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को फणींद्र नाथ शर्मा को पार्टी की हरियाणा प्रदेश इकाई का महासचिव (संगठन) नियुक्त किया। इसी पद पर पार्टी ने जी आर रवींद्र राजू को असम और त्रिपुरा इकाइयों का कार्य सौंपा है। राजू और शर्मा दोनों अपने पदों की अदला-बदली करेंगे।
पार्टी की ओर से जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, विवेक दाधाकर पार्टी की अंडमान और निकोबार इकाई में महासचिव (संगठन) के रूप में कार्यभार संभालेंगे। अपनी प्रदेश इकाइयों में भाजपा के महासचिव (संगठन) आम तौर पर आरएसएस से लिए जाते हैं और इसकी नीतियों तथा कार्यक्रमों के निष्पादन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
इस पद पर नियुक्त व्यक्ति पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के बीच एक कड़ी के रूप में काम करते हैं। इससे पहले दिन में, भाजपा ने अपने राष्ट्रीय पदाधिकारियों की सूची में बदलाव किया। इन बदलावों को आगामी राज्य विधानसभा और 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारी के लिए पार्टी की व्यापक कवायद के हिस्से के रूप में देखा जा रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शनिवार को अपनी राष्ट्रीय टीम में फेरबदल करते हुए कर्नाटक के सी टी रवि और असम से लोकसभा सदस्य दिलीप सैकिया की राष्ट्रीय महासचिव पद से और पूर्व केंद्रीय मंत्री राधामोहन सिंह की उपाध्यक्ष पद से छुट्टी कर दी।
वहीं, भाजपा की तेलंगाना इकाई के पूर्व अध्यक्ष बंडी संजय कुमार और उत्तर प्रदेश से पार्टी के सांसद राधामोहन अग्रवाल को रवि और सैकिया की जगह नया महासचिव नियुक्त किया गया है, जबकि उत्तर प्रदेश से ही पसमांदा मुसलमान समाज से ताल्लुक रखने वाले अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व कुलपति तारिक मंसूर को सिंह की जगह नया राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
बंडी संजय को पिछले दिनों पार्टी की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया था और उनकी जगह केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मंसूर वर्तमान में उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) हैं। उन्हें नयी टीम में शामिल करने के फैसले को पसमांदा मुसलमानों के लिए पार्टी की पहल का हिस्सा माना जा रहा है।
इसके साथ ही राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद पर दो मुसलमान हो गए हैं। केरल से ताल्लुक रखने वाले और इसी समुदाय से आने वाले अब्दुल्ला कुट्टी पहले से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। नयी सूची में ज्यादातर पदाधिकारियों को उपाध्यक्ष, महासचिव और सचिव के पद पर बरकरार रखा गया है। सूची में 13 उपाध्यक्ष, नौ महासचिव, संगठन महामंत्री बी एल संतोष और 13 सचिव शामिल हैं।