Lok Sabha Elections 2024: "भाजपा जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा तक नहीं चाहती, उसके घोषणा पत्र से दो शब्द 'महंगाई'-'बेरोजगारी' गायब हैं", राहुल गांधी ने किया हमला
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 15, 2024 07:28 AM2024-04-15T07:28:04+5:302024-04-15T07:31:15+5:30
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा के चुनावी घोषणापत्र को लेकर जबरदस्त हमला करते हुए आरोप लगाया कि 10 सालों से सत्ता का सुख भोग रही भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र से दो शब्द 'महंगाई'-'बेरोजगारी' गायब है।
नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीते रविवार को भाजपा द्वारा जारी किये गये चुनावी घोषणापत्र को लेकर जबरदस्त हमला करते हुए आरोप लगाया कि 10 सालों से सत्ता का सुख भोग रही भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र से दो शब्द 'महंगाई'-'बेरोजगारी' गायब हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर सत्तारूढ भाजपा को घेरते हुए कहा कि बीजेपी के घोषणापत्र और नरेंद्र मोदी के चुनावी भाषण से दो शब्द गायब हैं, पहला महंगाई और दूसरा बेरोजगारी। दरअसल बीजेपी लोगों के जीवन से जुड़े सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा तक नहीं करना चाहती है।
केरल के वायनाड से लोकसभा के सांसद राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन इंडिया की जीत पर भरोसा जताते हुए कहा, "इंडिया गठबंधन की योजना बहुत स्पष्ट है। हमारी सरकार बनेगी तो 30 लाख पदों पर भर्ती होगी और हर शिक्षित युवा को 1 लाख रुपये की स्थायी नौकरी मिलेगी। इस बार युवा मोदी के जाल और झांसे में नहीं फंसने वाले हैं। अब वो कांग्रेस के हाथ मजबूत करेंगे और देश में 'रोजगार क्रांति' लाएंगे।''
राहुल गांधी के इन आरोपों के साथ तमिलनाडु कांग्रेस के प्रवक्ता एसआरएस इब्राहिम ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसका चुनावी घोषणापत्र 'संविधान बदलो पत्र' है। उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि यह 'संविधान बदलो पत्र' है। वे अपने घोषणापत्र के नाम पर संविधान को बदलना चाहते हैं। वे 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' ला रहे हैं। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि वे हमारे संविधान को बदलना चाहते हैं, जिसे बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा विकसित किया गया है।“
सत्तारूढ़ सरकार पर निशाना साधते हुए इब्राहिम ने कहा, "बाबा साहब की जयंती पर वे अपने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' द्वारा पूरे संविधान को ध्वस्त करना चाहते हैं। भाजपा ने जो घोषणापत्र तैयार किया है वह केवल संविधान को नष्ट करने के लिए लिखा गया है। यदि भाजपा सत्ता में आती है तो यह तानाशाही शासन होगा।''
मालूम हो कि भाजपा ने बीते रविवार को अपना चुनावी घोषणा पत्र "मोदी की गारंटी" टैगलाइन के साथ जारी किया, जिसमें अधिक विकास, महिला कल्याण और "विकसित भारत" (विकसित भारत) के रोडमैप पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पार्टी द्वारा जारी घोषणापत्र में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' और "एकल मतदाता सूची" का वादा किया गया है।
पार्टी ने अपने चुनावी वादे में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। घोषणापत्र में भारत को "वैश्विक विनिर्माण केंद्र" बनाने का लक्ष्य रखा गया और इसका अनावरण पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में किया गया।
भाजपा ने 'संकल्प पत्र' जारी करने से पहले लोगों के सुझाव लेने के लिए देश भर में बड़े पैमाने पर अभियान चलाने सहित कई अभ्यास शुरू करने के बाद, इसकी सामग्री पर विचार-विमर्श करने के लिए राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक घोषणापत्र समिति नियुक्त की थी, जिसने इसकी सामग्री पर विचार-विमर्श करने के लिए दो बार बैठक की थी।