Lok Sabha Elections 2024: "धारा 370 केवल कुछ परिवारों का एजेंडा था, यह न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश के लोगों का", पीएम मोदी ने गांधी, अब्दुल्ला और मुफ्ती परिवार पर निशाना साधते हुए कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 28, 2024 12:28 PM2024-05-28T12:28:23+5:302024-05-28T12:32:39+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अनुच्छेद 370 कश्मीर के लोगों का एजेंडा नहीं था, यह तो केवल "चार-पांच परिवारों" का एजेंडा था।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि अनुच्छेद 370 न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश का बल्कि केवल "चार-पांच परिवारों" का एजेंडा था और यह उनके लिए सबसे बड़ी संतुष्टि की बात है कि कश्मीर के लोग लोकसभा चुनाव में बड़े उत्साह से वोट देने के लिए आगे आए।
एएनआई को दिये इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने से एकता की भावना बढ़ी है, अपनत्व की भावना बढ़ी है और इसका नतीजा चुनाव और पर्यटन में बढ़ोतरी के रूप में दिख रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, "अनुच्छेद 370 केवल चार-पांच परिवारों का एजेंडा था, यह न तो कश्मीर के लोगों का एजेंडा था और न ही देश के लोगों का एजेंडा था। अपने फायदे के लिए उन्होंने 370 की ऐसी दीवार खड़ी की थी और कहते थे कि 370 हटेगी तो आग लगेगी। आज ये सच हो गया है कि 370 हटने के बाद कश्मीर के लोगों में और एकता की भावना बढ़ी है और इसलिए इसका सीधा परिणाम है चुनाव और पर्यटन में दिखाई दे रहा है।"
मोदी सरकार ने लगातार दूसरे कार्यकाल के लिए सत्ता में आने के कुछ महीनों बाद अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन से संबंधित कार्यक्रमों के दौरान कश्मीर में लोगों ने प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्रों में इस महीने की शुरुआत में विभिन्न चरणों में हुए लोकसभा चुनावों में रिकॉर्ड मतदान हुआ। बीते 25 अप्रैल की शाम 5 बजे तक श्रीनगर में 38.49 प्रतिशत, बारामूला में 59.1 प्रतिशत और अनंतनाग-राजौरी में 51.35 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था। यह 1989 के बाद से सबसे ज्यादा मतदान है। वहीं धारा 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में ये पहले लोकसभा चुनाव था।
प्रधानमंत्री ने कहा, "सरकार के फैसले हमेशा अच्छे मकसद के लिए होते हैं। सबसे पहले मैं हमारे देश की न्याय व्यवस्था से प्रार्थना करना चाहूंगा कि अगर सरकार कोई काम करना चाहती है, तो उनके पास उस काम को करने के लिए एक डिज़ाइन, रणनीति हो। ऐसी समस्याओं को हल करने के लिए, उस रणनीति के तहत काम करना होगा। कभी-कभी मुझे इसके लिए इंटरनेट बंद करना पड़ता था, कुछ एनजीओ अदालत में चले गए और यह अदालत में एक बड़ा मुद्दा बन गया लेकिन आज वहां के बच्चे गर्व से कहते हैं कि पिछले 5 वर्षों से इंटरनेट बंद नहीं किया गया है। पिछले 5 वर्षों से सभी सुविधाएं मिल रही हैं। इसलिए देश को ऐसे एनजीओ से बचाना बहुत जरूरी है।''
नरेंद्र मोदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी ने दुनिया और जिन लोगों को संदेह था, उन्हें बड़ा संदेश दिया है। पीएम मोदी ने कहा, "जब वहां आम आदमी वोट करता है तो वो सिर्फ किसी को जिताने के लिए नहीं होता, वोट देने का मतलब ये होता है कि मतदाता भारत के संविधान को स्वीकार करता है और भारत की संपूर्ण भावना के प्रति अपना समर्पण व्यक्त करता है। नतीजतन, 40 साल के वोटिंग रिकॉर्ड में ये बात सामने आई है।"