Lok Sabha Elections 2024: टिकट बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी में शुरू हुआ सिर फुटव्वल, संजय निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) को कहा- "विवादित सीट पर कैसे घोषित कर सकते हैं प्रत्याशी का नाम"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 11, 2024 07:42 AM2024-03-11T07:42:59+5:302024-03-11T07:51:25+5:30
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मुंबई की उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से उम्मीदवार की घोषणा का बेहद तीखा विरोध किया है।
मुंबई:कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने बीते रविवार को शिवसेना (यूबीटी) द्वारा मुंबई की उत्तर-पश्चिम लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा करने के बाद कहा कि महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में सीट-बंटवारे की बातचीत खत्म होने से पहले विवादित सीटों पर किसी भी पार्टी को अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा करने का अधिकार नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार संजय निरुपम ने उद्धव की पार्टी द्वारा उठाये इस कदम से नाराजगी जताते हुए शिवसेना (यूबीटी) से अपील की है कि वो अपनी उम्मीदवारी की घोषणा को वापस ले लें।
संजय निरुपम ने कहा, "महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर अभी भी चर्चा चल रही है। हालांकि कई बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कई ऐसी सीटें हैं, जिनके संबंध में सभी दोलं द्वारा अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। जब तक कोई अंतिम निर्णय नहीं हो जाता तब तक किसी भी पार्टी को प्रत्याशी के नाम की घोषणा करने का अधिकार नहीं है।"
निरुपम ने आगे कहा, "महाविकास अघाड़ी में अभी तक 8 से लेकर 9 ऐसी सीटें हैं, जिन पर बातचीत चल रही है। ऐसे में उन सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करना गठबंधन धर्म के खिलाफ है।"
दरअसल उद्धव ठाकरे की पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने मुंबई उत्तर-पश्चिम लोकसभा क्षेत्र से अमोल कीर्तिकर के उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है। लेकिन निरुपम ने अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि अमोल दागी छवि के नेता है और उनके खिलाफ खिचड़ी घोटाले में आरोप हैं।
उन्होंने कहा "वह खिचड़ी घोटाले में आरोपी हैं। आरोप है कि उन्होंने 1.6 करोड़ रुपये का चेक लिया था। ईडी उस मामले की जांच कर रही है। क्या वे चाहते हैं कि कांग्रेस और शिवसेना के कार्यकर्ता ऐसे उम्मीदवार के लिए प्रचार करें, जो एक घोटाले में आरोपी है? मैं शिवसेना से अनुरोध करता हूं कि वह ऐसा न करे। उन्होंने कल जो घोषणा की थी उसे वापस लें।"
हालांकि शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने संजय निरुपम पर पलटवार करते हुए कहा है कि निरुपम को इस सीट से चुनाव लड़ने की अपनी इच्छा सोशल मीडिया पर बताने के बजाय कांग्रेस पार्टी को बतानी चाहिए थी।
उन्होंने कहा, "संजय निरुपम 2014 और 2019 का लोकसभा चुनाव हार गए। उनके पास अपनी पार्टी में कोई पोर्टफोलियो भी नहीं है। शायद यही कारण है कि उन्हें इंडिया गठबंधन या महाविकास अघाड़ी की बैठकों में भी नहीं बुलाया जा रहा है। जब हमने 2019 में मुंबई उत्तर-पश्चिम की सीट जीती थी तो उस सीट पर फिर से चुनाव लड़ना हमारा अधिकार था। अगर संजय निरुपम फिर से चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो उन्हें यह बात कांग्रेस पार्टी को बतानी चाहिए, न कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर।"
मालूम हो कि महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (शरद पवार गुट) और कांग्रेस का गठबंधन वर्तमान में लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी समझौते पर बातचीत में लगा हुआ है।