इस लोकसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के सामने आग उगलते सूरज से भी लड़ने की चुनौती!
By भाषा | Published: May 5, 2019 02:32 PM2019-05-05T14:32:50+5:302019-05-05T14:32:50+5:30
लोकसभा चुनाव 2019: अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित खरगोन सीट के करीब 18.34 लाख मतदाता 19 मई को होने वाले मतदान में उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।
दुनिया के सबसे गर्म इलाकों में शुमार पश्चिमी मध्यप्रदेश के खरगोन क्षेत्र में लोकसभा चुनावों के लिये उम्मीदवारों का जनसंपर्क अभियान आसमान से आग उगलते सूरज और लू के निर्मम थपेड़ों के बावजूद सतत जारी है। मौसम अनुमान से जुड़ी अलग-अलग वेबसाइटों के आंकड़ों के मुताबिक, खरगोन में पखवाड़े भर से प्रचंड गर्मी पड़ रही है और एक बार तो अधिकतम तापमान 47.5 डिग्री सेल्सियस के रिकॉर्ड स्तर को भी छू चुका है।
नतीजतन यह कस्बा दुनिया के सबसे गर्म इलाकों की फेहरिस्त में शामिल हो चुका है। सरकारी अधिकारियों ने "पीटीआई-भाषा" को बताया कि खरगोन में भीषण गर्मी और लू के प्रकोप से सचेत जिला प्रशासन ने निर्णय किया है कि शासकीय कार्यों में लगे श्रमिकों से दोपहर 12 से तीन बजे के बीच काम नहीं लिया जायेगा। प्रशासन ने आम नागरिकों को सलाह दी है कि वे भी इस समयावधि में अत्यधिक श्रम वाला काम नहीं करें और धूप में बाहर निकलने से बचें।
बहरहाल, खरगोन सीट से लोकसभा पहुंचने के अरमान रखने वाले चुनावी उम्मीदवार, सूरज के तीखे तेवरों से दो-दो हाथ करते हुए भरी दुपहरी में भी जनसंपर्क, बैठकों और सभाओं के दौरान खूब पसीना बहा रहे हैं। इस सीट पर कुल सात उम्मीदवार हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह पटेल और कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद मुजाल्दा के बीच है।
प्रमुख दलों के चुनावी उम्मीदवारों के जनसंपर्क के समन्वय की जिम्मेदारी संभालने वाले कार्यकर्ताओं से पता चला कि ये प्रत्याशी आमतौर पर सुबह आठ बजे से लेकर रात 10 बजे तक मतदाताओं के दर पर दस्तक दे रहे हैं। ये प्रत्याशी जनसंपर्क के लिये अधिक से अधिक गांव-कस्बों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। खरगोन संसदीय क्षेत्र में खरगोन और बड़वानी जिले आते हैं जिनका कुल क्षेत्रफल 13,457 वर्ग किलोमीटर है।
इस क्षेत्र में कई गांव दुर्गम पहाड़ी इलाकों में बसे हैं। जाहिर है कि वोट मांगने के लिये विशाल क्षेत्र को नापना उम्मीदवारों के लिये टेढ़ी खीर है जिस पर भीषण गर्मी उनकी मुश्किलें बढ़ा रही हैं। खरगोन के एक चुनावी उम्मीदवार के करीबी सहयोगी ने बताया, " भीषण गर्मी से राहत के लिये प्रत्याशी बार-बार पानी पीते हैं। वह छाछ (मट्ठे), फलों के रस और शीतल पेय से भी अपना गला तर करते रहते हैं, ताकि सुबह से लेकर रात तक चलने वाले जनसंपर्क के दौरान ऊर्जावान रहें। "
उन्होंने बताया कि प्रत्याशी लू से बचने के लिये अपने सिर को गमछे से ढक लेते हैं। भीषण गर्मी की वजह से प्रत्याशी पसीने से तरबतर हो जाते हैं। इसके मद्देनजर उनके लिये कपड़ों की अतिरिक्त जोड़ी तैयार रखी जाती है। अनुसूचित जनजाति के लिये आरक्षित खरगोन सीट के करीब 18.34 लाख मतदाता 19 मई को होने वाले मतदान में उम्मीदवारों का भविष्य तय करेंगे।