दक्षिण भारत में बीजेपी को बड़ा झटका, AIADMK ने अकेले चुनाव लड़ने का किया ऐलान
By पल्लवी कुमारी | Published: January 31, 2019 05:18 PM2019-01-31T17:18:29+5:302019-01-31T17:18:29+5:30
Lok Sabha Elections 2019: AIADMK ने तमिलनाडु और पुडुचेरी से लोकसभा चुनावों में पार्टी का उम्मीदवार बनने के इच्छुक लोगों से बुधवार(29 जनवरी) को एक प्रेस रिलीज कर आवेदन मांगे हैं।
दक्षिण भारत की पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ लोकसभा चुनाव 2019 में गछबंधन करने से मना कर चुका है। पार्टी ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। AIADMK ने तमिलनाडु की 39 सीटों पर अकले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी के प्रवक्ता सी पोन्नैयन ने बताया कि पार्टी बीजेपी के साथ मिलकर लोकसभा 2019 में चुनावी मैदान में नहीं उतरना चाहती। सी पोन्नैयन ने बताया कि पार्टी के कार्यकर्ता इस बात से काफी नाराज हैं कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने तमिलनाडु के हितों का जरा भी ध्यान नहीं रखा है।
AIADMK पार्टी ने प्रेस रिलीज कर लोकसभा चुनाव के लिए आवदेन मांगे
AIADMK ने तमिलनाडु और पुडुचेरी से लोकसभा चुनावों में पार्टी का उम्मीदवार बनने के इच्छुक लोगों से बुधवार(29 जनवरी) को एक प्रेस रिलीज कर आवेदन मांगे हैं। AIADMK के समन्वयक ओ. पनीरसेल्वम और संयुक्त निदेशक के. पलानीस्वामी की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, आवेदन फॉर्म चार फरवरी से दस फरवरी के बीच भेजनी होगी। इस ऐलान के पहले इस बात की चर्चा थी कि दक्षिण भारत में AIADMK और बीजेपी दोनों के साथ चुनावी मैदान में उतरेंगे। बीजेपी पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के बाद AIADMK की कमजोरी का फायदा उठाकर लोकसभा चुनाव में बीजेपी गठबंधन करना चाहती थी। पलानीस्वामी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री हैं जबकि पनीरसेल्वम उप-मुख्यमंत्री हैं।
2014 लोकसभा चुनाव में AIADMK ने 39 सीटों में से 37 सीटें जीती थी
पार्टी की ओर से जारी प्रेस रिलीज में बताया गया है चुनाव लड़ने के लिए टिकट प्राप्त करने के इच्छुक लोगों को आवेदन की लागत के तौर पर 25,000 रुपये जमा करने होंगे। AIADMK पार्टी के नेताओं ने भरोसा दिलाया है कि 2019 के आम चुनावों में भी वो वैसा ही प्रयास करेंगे जैसा 2014 की लोकसभा चुनावों में किया था। 2014 की लोकसभा चुनाव में AIADMK पार्टी ने 39 सीटों में से 37 सीटें जीती थीं। वहीं एक सीट बीजेपी और एक सीट पीएमके ने जीती थी। अन्नाद्रमुक ने 2014 का लोकसभा चुनाव तत्कालीन पार्टी सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता के नेतृत्व में लड़ा था।
AIADMK ने बताया इन वजहों से हैं बीजेपी ने नाराज
पार्टी के मुताबिक चुनाव को लेकर वो जल्द ही अपना आखिरी फैसला सुनाएगी। सी पोन्नैयन ने बताया नेरन्द्र मोदी सरकार के जितने भी फैसले होते हैं वो दक्षिण भारत के खिलाफ के ही होते हैं। पार्टी में सिर्फ हिंदू कार्ड के ऊपर खेलना चाहती है। बीजेपी ने अभी तक कावेरी विवाद को लेकर अहम फैसला नहीं किया है। AIADMK ने कहा बीजेपी अभी तक पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्या के केस का भी कुछ नहीं हुआ है। AIADMK ने कहा इसके साथ ही हाल ही में केरल में हुई तबाही के बाद केन्द्र सरकार से पूरा फंड नहीं दिया गया है।