चुनावी खर्चे के लिए क्या बीजेपी नेताओं की पत्नियां अपने गहने बेच रही हैं: कमलनाथ
By विनीत कुमार | Published: April 29, 2019 09:42 AM2019-04-29T09:42:02+5:302019-04-29T09:42:02+5:30
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने भी पीएम मोदी के वाराणसी में रोडशो पर खर्चे को लेकर चुनाव आयोग के सामने शिकायत दर्ज कराई है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोगी और बीजेपी नेताओं पर चुनावी खर्चे को लेकर निशाना साधा है। कमलनाथ ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी और पीएम मोदी के चुनाव खर्चे पर सवाल उठाते हुए पूछा कि ये पैसे कहां से आ रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि लोकसभा चुनाव के खर्चे उठाने के लिए क्या बीजेपी के नेता अपनी पत्नियों के गहने बेच रहे हैं।
कमलनाथ ने कहा, 'मैं मोदी जी से पूछना चाहता हूं, मध्य प्रदेश के विधान सभा चुनाव के दौरान उनके हवाई यात्राओं पर जो पैसे खर्च हुए, और अब जो लोकसभा चुनाव के दौरान हो रहे हैं, वे पैसे उनके कहां से आते हैं? क्या चुनावी खर्चे उठाने के लिए बीजेपी नेताओं की पत्नियां अपने गहने बेच रही है?'
Kamal Nath: I want to ask Modi Ji, the money spent on his plane rides, on MP assembly election, money that is being spent on ongoing Lok Sabha elections, from where do they get the money? Are the wives of BJP leaders selling their jewellery to bear the expenses of elections? pic.twitter.com/QWwm4hPWJA
— ANI (@ANI) April 28, 2019
कमलनाथ ने इससे पहले भी दिल्ली में बीजेपी के 700 करोड़ रुपये के खर्चे पर बने भव्य मुख्यालय को लेकर सवाल उठाये थे। बता दें कि शनिवार को आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने भी पीएम मोदी के वाराणसी में रोडशो पर खर्चे को लेकर चुनाव आयोग के सामने शिकायत दर्ज कराई थी। संजय सिंह ने आरोप लगाया कि वाराणसी कार्यक्रम के दौरान तय सीमा 70 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किये गये। संजय सिंह के आरोपों के अनुसार इस कार्यक्रम में 1.27 करोड़ रुपये खर्च किये गये।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी बीजेपी के चुनावी खर्चे पर सवाल उठाया था। राहुल ने कहा था कि टीवी पर 30 सेकेंड के विज्ञापन पर ही लाखों रुपये खर्च किये जाते हैं। राहुल ने कहा था, 'हर जगह नरेंद्र मोदी का प्रचार किया जा रहा है। इसके लिए पैसा कहां से आता है? टीवी पर 30 सेकेंड के विज्ञापन या अखबार पर विज्ञापन के लिए ही लाखों रुपयों की जरूरत होती है। इसके लिए पैसे कौन देता है? यह पीएम मोदी की जेब से नहीं आ रहा है।'