चुनावी आचार संहित लागू हो जाने के बावजूद रेलवे और हवाई जहाज के टिकटों पर पीएम नरेंद्र मोदी की जारी तस्वीरों को लेकर विवाद के बाद चुनाव आयोग सक्रिय हो गया है। चुनाव आयोग ने रेलवे मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से पूछा है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा और आचार संहिता लागू हो जाने के बावजूद पीएम मोदी की तस्वीरों को टिकटों से अब तक क्यों नहीं हटाया गया है। साथ ही चुनाव आयोग ने इस मामले पर संबंधित विभागों से तीन दिनों में जवाब भी मांगा है।
दरअसल, स्वच्छ भारत अभियान सहित सरकार की कुछ दूसरी योजनाओं के बारे में रेल और हवाई टिकटों पर सामग्री छपती रही है। साथ ही इस में पीएम मोदी की तस्वीर भी होती है। चुनाव आयोग ने शिकायत मिलने के बाद इसे ही लेकर आपत्ति जताई है। बता दें कि 10 मार्च को लोकसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा के बाद से आचार संहिता लागू हो गई है।
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने यह आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाया था कि इस तरह के टिकटों का उपयोग आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। हालांकि इसके बाद रेलवे ने स्वत: संज्ञान लेते हुए इन्हें वापस लेने के फैसला भी लिया था।
यह मामला सोमवार को भी मीडिया में उछला जब पंजाब के पूर्व डीजीपी शशिकांत ने अपने बोर्डिंग पास की एक तस्वीर ट्वीट की। साथ ही उन्होंने लिखा कि कैसे एक टिकट पर दो-दो नेताओं की तस्वीर हो सकती है।
शशिकांत ने लिखा, 'मैं आज 25 मार्च, 2019 को नई दिल्ली एयरपोर्ट पर हूं। यह मेरा एयर इंडिया का बोर्डिंग पास है और इसमें पीएम मोदी और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी 'वाइब्रेंट गुजरात' का प्रचार कर रहे हैं। मैं हैरान हूं कि हम चुनाव आयोग पर जनता के पैसे क्यों बर्बाद कर रहे हैं जो न सुन सकता है और न बोल सकता है।'