लोकसभा चुनावः जानिए क्या है मामला, आखिर क्यों 542 सीट पर हुए मतदान? 11 करोड़ कैश बरामद हुए थे
By सतीश कुमार सिंह | Published: May 22, 2019 07:19 PM2019-05-22T19:19:43+5:302019-05-22T19:19:43+5:30
चुनाव में कैश फॉर वोट का मामला नया नहीं है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार कैश मिलने की वजह से कोई लोकसभा चुनाव रद्द किया गया है। करीब 11 करोड़ रुपये कैश बरामद होने के बाद तमिलनाडु के वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द हुआ।
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आईपीसी की धाराओं (171 ई और 171 बी) और 125 ए में कथिर आनंद और पूनजोलई श्रीनिवासन पर एफआईआर दर्ज किया गया।
डेढ़ माह के गहमागहमी के बीच आखिरकार 19 मई को मतदान खत्म हो गया। इस दौरान दलों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए।
देश में मतदान सात चरणों में संपंन्न हुआ। 11 अप्रैल से 19 मई के बीच मतदान हुआ। देश में कुल 543 लोकसभा की सीट है। लेकिन 542 सीट पर मतदान हुआ। 23 मई यानी गुरुवार को ईवीएम में किसके भाग्य का उदय होगा। जनता ने अपना फैसला सुना दिया है। चुनाव में कैश फॉर वोट का मामला नया नहीं है, लेकिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार कैश मिलने की वजह से कोई लोकसभा चुनाव रद्द किया गया है।
करीब 11 करोड़ रुपये कैश बरामद होने के बाद तमिलनाडु के वेल्लोर सीट पर चुनाव रद्द हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने चुनाव आयोग की सिफारिश पर इसका ऐलान किया। चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद से सियासत शुरू हो गई है। तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट पर चुनाव फिलहाल के लिए रद्द हो गया है।
राष्ट्रपति ने चुनाव आयोग की चुनाव रद्द करने की सिफारिश को मान लिया है। तमिलनाडु की वेल्लोर लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण यानि गुरुवार 18 अप्रैल को मतदान होना था, लेकिन अब फिलहाल के लिए इस सीट पर मतदान रद्द कर दिया गया है।
वेल्लोर लोकसभा सीट पर डीएमके उम्मीदवार के घर और दफ्तरों में कुछ दिन पहले हुई छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति को इस सीट पर चुनाव रद्द करने की सिफारिश भेजी थी और अब राष्ट्रपति ने इस सिफारिश को मान लिया।
वेल्लोर लोकसभा सीट पर डीएमके उम्मीदवार टीएम काथिर आनंद का मुकाबला एआईएडीएमके उम्मीदवार एसी शनमुगम के साथ था। लेकिन अब इस सीट पर चुनाव रद्द होने की वजह से नए सिरे से चुनाव कार्यक्रम घोषित किया जाएगा। इसी कारण से देश में 543 की बजाए 542 सीट पर मतदान हुआ।
वेल्लोर सीट से डीएमके के कोषाध्यक्ष दुरईमुर्गन के बेटे डीएम कथिर आनंद डीएमके प्रत्याशी हैं। चुनाव आयोग के इस फैसले को दुरईमुर्गन ने लोकतंत्र की हत्या करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को डराने के लिए यह कदम उठाया गया है। बता दें, डीएमके प्रत्याशी पर कैश फॉर वोट का आरोप लगा है। इसके बाद ही चुनाव आयोग ने 14 अप्रैल को चुनाव रद्द करने की सिफारिश की थी।
क्यों रद्द हुआ वेल्लोर सीट पर चुनाव
दरअसल, स्थानीय प्रशासन की शिकायत पर आयकर विभाग की टीम ने डीएमके कोषाध्यक्ष दुरीमुर्गन के घर पर 30 मार्च को छापेमारी की। इसके एक दिन बाद 1 अप्रैल को डीएमके के ही पार्टी पदाधिकारी के सीमेंट गोदाम पर छापेमारी की।
आयकर विभाग ने यहां से 11 करोड़ रुपए की नगदी बरामद की। 8 अप्रैल को चुनाव आयोग ने डीएमके प्रत्याशी कथिर आनंद और उनके दो करीबियों पूनजोलई श्रीनिवासन और दामोदरन के खिलाफ मामला दर्ज कराया। बताया जा रहा है कि सीमेंट गोदाम का मालिक दामोदरन ही है। आईपीसी की धाराओं (171 ई और 171 बी) और 125 ए में कथिर आनंद और पूनजोलई श्रीनिवासन पर एफआईआर दर्ज किया गया।