प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को अयोध्या दौरे के दौरान एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पलटवार किया। प्रियंका ने कहा पीएम मोदी देश-दुनिया में गये और लोगों को गले लगाया लेकिन अपने ही लोगों को उन्होंने गले नहीं लगाया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार जनता, किसान और नौजवान विरोधी है।
प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, 'मैंने लोगों से पूछा क्या पीएम वाराणसी का दौरा करती है तो मुझे जवाब मिला कि नहीं वह वाराणसी का दौरा नहीं करती हैं। मैं आश्चर्यचकित थी क्योंकि उनका प्रचार ऐसा है कि मुझे लगा कि वह कुछ कर रहे होंगे। प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्होंने पूरी दुनिया का दौरा किया और सभी को गले लगाया, लेकिन अपने ही लोगों को गले नहीं लगाया।'
प्रियंका ने अयोध्या में कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल खत्री के समर्थन में आयोजित जनसभा में भाजपा पर प्रहार करते हुए कहा 'इन लोगों ने संविधान, लोकतंत्र और संस्थाओं को नष्ट करने की पूरी योजना बना ली है। संविधान और लोकतंत्र जनता को मजबूत बनाते हैं। चूंकि ये लोग काम करने के बजाये सिर्फ बातें करते हैं इसलिये आपको मजबूत नहीं होने देना चाहते। देश में इससे दुर्बल सरकार और कोई नहीं रही है।'
उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तंज करते हुए कहा, 'जनता की आवाज सुनना सबसे बड़ी राजनीतिक शक्ति है। सरकार आपकी बात नहीं सुन रही है, यह शक्ति नहीं दुर्बलता है। इस सरकार में वह हिम्मत नहीं है कि आपकी बात सुने। वे (प्रधानमंत्री मोदी) गांव—गांव इसलिये नहीं जाते, क्योंकि वहां सचाई दिखायी देती है।'
कांग्रेस महासचिव बनने के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचीं प्रियंका ने कहा कि वाराणसी की जनता इस बात की गवाह है कि प्रधानमंत्री अपने करीब पांच साल के कार्यकाल में अपने ही संसदीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में नहीं गये।
'मनरेगा को खत्म करने की कोशिश हुई'
प्रियंका ने मोदी सरकार पर ग्रामीण इलाकों में हर परिवार को 100 दिन के रोजगार की गारंटी देने वाली मनरेगा योजना को खत्म करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए कहा कि मनरेगा के तहत मेहनताने का भुगतान छह—छह महीने तक नहीं किया जा रहा है। मनरेगा का पैसा ठेकेदारों को दिया जा रहा है और वे ठेकेदार क्षेत्र के ग्रामीणों के बजाय मजदूरों से काम करा रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा हाल में न्याय योजना शुरू करने के वादे को लेकर भाजपा के तंज का जवाब देते हुए प्रियंका ने कहा 'जब यह घोषणा हुई तो भाजपा सरकार ने कहा कि यह सब चुनावी जुमले हैं और देश के पास इस योजना के लिये जरूरी धन ही नहीं है, लेकिन जब उद्योगपतियों का कर्ज माफ होना था, तब इसी सरकार के पास 317 हजार करोड़ रुपये कहां से आ गये थे। अब जनता को ही सोचना होगा कि उसने किस पर विश्वास किया था, और यह भी सोचिये कि क्या ऐसे लोगों पर दोबारा विश्वास करना चाहिये?'
अयोध्या से पहले प्रियंका गांधी नजदीक कुमारगंज गांव में गईं। वहां चौपाल के जरिए लोगों से रूबरू हुईं।
इससे पहले लगातार प्रचार में जुटीं प्रियंका गांधी ने गुरुवार को भी अपने एक जवाब से सभी को हैरान कर दिया। रायबरेली में एक कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दरअसल प्रियंका गांधी से चुनाव लड़ने का आग्रह किया। इस पर प्रियंका ने उम्मीद से परे जवाबा दिया, 'वाराणसी से लड़ूं क्या?' प्रियंका ने रायबरेली में जो बयान दिया उससे उनके चुनाव लड़ने की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है।
(भाषा इनपुट)