2019 लोकसभा चुनावः 91 करोड़ मतदाताओं में से तकरीबन 67.11 प्रतिशत ने वोट डाला, 2014 में कुल मतदान 66.40 प्रतिशत दर्ज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 20, 2019 09:03 PM2019-05-20T21:03:36+5:302019-05-20T21:03:36+5:30
इस बार के चुनावों में कुल 91 करोड़ मतदाताओं में से तकरीबन 67.11 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। 2014 में कुल मतदान 66.40 प्रतिशत दर्ज किया गया था। सोमवार सुबह को उपलब्ध हुए आंकड़ों के मुताबिक कुल मतदान 67.11 फीसदी दर्ज किया गया । लोकसभा की 543 सीटों में से चुनाव 542 सीटों पर कराया गया क्योंकि चुनाव आयोग ने अत्याधिक धन बल प्रयोग के चलते वेल्लोर संसदीय सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था।
भारत के किसी भी संसदीय चुनाव के मुकाबले इस साल सात चरण में संपन्न हुए लोकसभा चुनावों में सबसे अधिक मतदान दर्ज किया गया।
इस बार के चुनावों में कुल 91 करोड़ मतदाताओं में से तकरीबन 67.11 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाला। 2014 में कुल मतदान 66.40 प्रतिशत दर्ज किया गया था। सोमवार सुबह को उपलब्ध हुए आंकड़ों के मुताबिक कुल मतदान 67.11 फीसदी दर्ज किया गया।
लोकसभा की 543 सीटों में से चुनाव 542 सीटों पर कराया गया क्योंकि चुनाव आयोग ने अत्याधिक धन बल प्रयोग के चलते वेल्लोर संसदीय सीट पर चुनाव रद्द कर दिया था। चुनाव आयोग ने वेल्लोर में चुनाव के लिए नयी तारीख का ऐलान अब भी नहीं किया है।
2014 के चुनावों में जहां मतदाताओं की संख्या 83.40 करोड़ थी वहीं 23 अप्रैल यानि लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में उनकी संख्या 90.99 करोड़ पहुंच गई थी। 2009 के चुनावों में कुल मतदान 56.9 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
इस साल के चुनावों में मतदान प्रतिशत पहले से सातवें चरण तक जाते-जाते घटता गया। अधिकतर राज्यों में मतदान प्रतिशत 2014 के मुकाबले ढाई प्रतिशत से ऊपर था। दिलचस्प यह है कि महिला एवं पुरुष मतदाताओं के बीच मतदान प्रतिशत का अंतर 2009 से कम हुआ है। 2009 में यह अंतर नौ प्रतिशत था जो 2014 में 1.4 प्रतिशत हो गया। अब यह करीब 0.4 प्रतिशत ही रह गया है।
देश में सात चरणों के लोकसभा चुनाव के लिए तीन लाख अर्द्धसैन्य बलों के साथ 20 लाख से अधिक राज्य पुलिस अधिकारी और होम गार्ड तैनात किए गए थे। इसे ८० के दौर में भारत के मशहूर 'ऑपरेशन ब्रासटैक्स' से बड़ा जमावड़ा कहा जा रहा है।
'ऑपरेशन ब्रासटैक्स' द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से किसी नाटो अभ्यास से बड़ा अभ्यास था। 'ऑपरेशन ब्रासटैक्स' राजस्थान में भारतीय सेना का बड़ा सैन्य अभ्यास था। यह 1986 में शुरू हुआ था और 1987 में जाकर खत्म हुआ।
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि 2019 में इतनी बड़ी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती भारत में अब तक की सबसे बड़ी तैनाती थी। मौजूदा संसदीय चुनाव के लिए गृह मंत्रालय ने 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अर्द्धसैन्य बलों की 3,000 टुकड़ियां भेजी, जिनमें 3, 00, 000 से अधिक कर्मी थे।
मतगणना 23 मई को होगी
गृह मंत्रालय ने चुनाव के विभिन्न चरणों के दौरान अर्द्धसैन्य बलों की अंतर राज्यीय गतिविधि का निरीक्षण करने के लिए एक संयोजक नियुक्त किया। लोकसभा चुनाव के लिए मतदान 11 अप्रैल से शुरू होकर 19 मई को खत्म हुआ। मतगणना 23 मई को होगी।