उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन में जगह तलाशने में जुटी कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर झटका लगा है। बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया है कि वह लोकसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन के पक्ष में बिल्कुल नहीं हैं। यूपी में मायावती और अखिलेश यादव की पार्टी ने गठबंधन के तहत इस बार 78 सीटों पर साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया जबकि दो सीट अमेठी और रायबरेली को कांग्रेस के लिए छोड़ा गया है।
सपा और बसपा यह कहते रहे हैं कांग्रेस भी उनके 'महागठबंधन' में शामिल है लेकिन औपचारिक तौर पर ऐसी कोई घोषणा नहीं हुई है और न ही दोनों पार्टियों किसी समझौते के तहत फिलहाल कांग्रेस को कुछ और सीट देने के मूड में हैं। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार मायावती ने सोमवार को कहा, 'यह फिर दोहराया जा रहा है कि बहुजन समाज पार्टी किसी भी राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी।'
इससे पहले लगातार अटकलें लगाई जा रही थी कि अंदरखाने कांग्रेस और सपा-बसपा के 'महागठबंधन' को लेकर बात हो रही है। यह भी कहा जा रहा था कि महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी से गठबधन के तहत सपा और बसपा को कुछ सीटें दे सकती है और उसके बदले यूपी में और सीटें हासिल करने का फॉर्मूला तैयार हो जाएगा। हालांकि, मायावती ने अपने बयान से इन तमाम अटकलों को खारिज कर दिया है।