झारखंड: अर्जुन मुंडा को मिली मुश्किल जीत, बड़ी संख्या में लोगों ने किया नोटा का प्रयोग
By एस पी सिन्हा | Published: May 23, 2019 05:18 PM2019-05-23T17:18:08+5:302019-05-23T17:18:08+5:30
सिंहभूम में 17,415 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया. यह तीसरा सबसे ज्यादा वोट था. सिंहभूम सीट से कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे.
झारखंड के खूंटी लोकसभा सीट पर कांटे की टक्कर में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा 2075 वोट से कांग्रेस के कालीचरण मुंडा से जीत गये हैं. लेकिन इस सीट की सबसे खास बात यह है कि खूंटी में 20 हजार से ज्यादा लोगों ने नोटा दबाया है. खूंटी में कुल 11 प्रत्याशी थे. इसमें कांग्रेस और भाजपा के अलावा बसपा, जेकेपी, एसबीपी, बीएमएसएम, एएचएनपी, आरटीएसजीपी एवं तीन निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे.
कांग्रेस और भाजपा उम्मीदवार के बाद सबसे ज्यादा वोट नोटा को मिले. इस तरह से खूंटी के ढाई फीसदी से अधिक मतदाताओं ने नोटा का विकल्प चुना. कालीचरण और अर्जुन मुंडा के अलावा किसी भी प्रत्याशी को इससे ज्यादा वोट नहीं मिले. निर्दलीय प्रत्याशी मीनाक्षी मुंडा को 10,619 मत मिले, लेकिन वह नोटा से बहुत पीछे रह गयीं. यहां बसपा की इंदुमती मुंडू को 7,329 मत मिले, जबकि जेकेपी के अजय टोपनो को 8,417 मत मिले.
वहीं, एसबीपी प्रत्याशी अबिनाशी मुंडू को 2,290 मत मिले, जबकि बीएमएसएम के नील जस्टिन बेक को 1,788 और एएचएनपी के मुन्ना बड़ाईक को 1,799 मित मिले. आरटीएसजीपी के सिबिल कंडुलना को 3,813, निर्दलीय नियारन हेरेंज को 4,425 और निर्दलीय सुखराम हेरेंज को 5,047 मत मिले.
सिंहभूम में 17,415 लोगों ने किया नोटा का इस्तेमाल
सिंहभूम में 17,415 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया. यह तीसरा सबसे ज्यादा वोट था. सिंहभूम सीट से कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे. गीता कोडा ने यह सीट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा से छीन ली. इस सीट से बसपा के परदेशी लाल मुंडा को 6,499, जेएमएम (यू) के कृष्णा मार्डी को 5,613, एसयूसीआइ के चंद्र मोहन हेम्ब्रम को 2,778 मत मिले.
वहीं, एपोल के प्रताप सिंह बानरा को 7,774, केएस के हरि उरांव को 3,734 और निर्दलीय उम्मीदवारों अनिल सोरेन एवं पुष्पा सिंकु को क्रम: 5,874 एवं 11,041 मत हासिल हुए.