लोकसभा चुनाव 2019 के पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली में कुछ ऐसा दिखा, जिससे वो विवादों में आ गए हैं। इस रैली में वर्ष 2015 में नोएडा के दादरी में गोमांस रखने के आरोप में भीड़ के हाथों मारे गए अखलाक की हत्या के आरोपियों ने रैली में जमकर नारेबाजी की। सीएम योगी की ये रैली बिसाहड़ा गांव में हुई थी।
दादरी में हुई इस घटना के आरोपी सीएम योगी आदित्यनाथ की रैली के पहले लाइन में खड़े होकर नारेबाजी कर रहे थे। इसमें मुख्य आरोपी विशाल राणा सहित चार लोग रैली में सबसे आगे खड़े थे और भाषण सुनकर ताली बजा रहे थे। ये आरोपी जमानत पर बाहर हैं।
अखलाक हत्याकांड
55 वर्षीय मोहम्मद अखलाक को भीड़ ने घर से निकालकर हत्या कर दी थी।अखलाख के ऊपर लोगों को शक था कि उसने गाय को मारकर उसका मांस अपने घर में रखा है। इस घटना के बाद गांव में इतना तनाव बढ़ा कि अखलाक के परिवार को गांव छोड़कर जाना पड़ा। सीएम योगी ने रैली में क्या-क्या कहा?
''कौन नहीं जानता बिसहाड़ा में क्या हुआ था? सबको पता है। कितने शर्म की बात है कि समाजवादी पार्टी सरकार ने तब भावनाओं को दबाने की कोशिश की थी। आज मैं कह सकता हूं कि हमारी सरकार बनते ही हमने अवैध बूचड़खानों को बंद कराया गया है।''- सीएय योगी
पिछली सरकारें जाति के आधार पर लोगों को बांटने और ‘तुष्टिकरण की राजनीति' करते थे।- सीएम योगी
''नरेन्द्र मोदी के सरकार में आने के बाद देश की स्थिति काफी बदली है। मेरे सत्ता में आने के बाद 2 सालों में बिसाहड़ा गांव जैसी घटनाएं कम हुई है।- सीएम योगी
बता दें कि सीएम योगी लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।