लोकसभा चुनाव को लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कांग्रेस पार्टी का समर्थन करने का ऐलान किया है। चंद्रशेखर आजाद ने बुधवार (10 मार्च) ने कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी कांग्रेस का समर्थन करेगी। कांग्रेस के अलावा भीम आर्मी एनसीपी, आरपीआई (के), स्वाभिमानी शेतकरी संगठन और पीपल्स रिपब्लिकन पार्टी का भी समर्थन करेगी।
इस बीच उत्तर प्रदेश में दलित चेहरे के रूप में उभरे भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी सीट से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इससे पहले कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मेरठ अस्पताल में भर्ती चंद्रशेखर से मुलाकात की थी, जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि कांग्रेस भीम आर्मी से गठजोड़ कर चंद्रशेखर को समर्थन कर सकती। आइए आपको बताते हैं कि कौन हैं चंद्रशेखर आजाद जो उत्तर प्रदेश की राजनीति में पिछले कुछ समय से सुर्खियों में बने हुए हैं...
चंद्रशेखर ने दलित छात्रों की पिटाई का किया विरोध
चंद्रशेखर आजाद उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के रहने वाले हैं और उन्होंने भीम आर्मी की स्थापना अक्टूबर 2015 में की थी। वह इस संगठन का उद्देश्य दलित समुदाय में शिक्षा का प्रसार बताते आए हैं। हालांकि अब कहा जाने लगा है कि यह संगठन धीरे-धीरे राजनीतिक शक्ल ले रहा है। चंद्रशेखर का संगठन भीम आर्मी उस समय भी चर्चा में आया जब उन्होंने सितंबर 2016 में सहारनपुर में एएचपी इंटर कॉलेज में दलित छात्रों का जमकर विरोध किया था। इस संगठन से भारी संख्या में महिलाएं भी शामिल हैं।