नैनीताल लोकसभा सीट 2019: क्या पूर्व सीएम हरीश रावत दोहरा पाएंगे जीत?, जानिए इस संसदीय क्षेत्र का इतिहास और राजनीतिक समीकरण
By धीरज पाल | Published: April 3, 2019 03:41 PM2019-04-03T15:41:05+5:302019-04-03T15:41:05+5:30
लोकसभा चुनाव को लेकर उत्तराखंड के नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट पर कांग्रेस के टिकट से पूर्व सीएम हरीश रावत मैदान में हैं। बीजेपी ने इस सीट पर अजय भट्ट को मैदान में उतारा है।
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत में उथल-पुथल का दौर शुरू है। पार्टियां जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे कर रही हैं। इस लोकसभा चुनाव में देशभर की कई ऐसी लोकसभा सीटें है, जिसपर सबकी नजरें टिकीं हुई हैं। उत्तराखंड में नैनीताल-उधमपुर नगर लोकसभा सीट उन्हीं 'हॉट सीटों' में से एक है।
साल 2019 लोकसभा चुनाव में नैनीताल-उधमपुर नगर लोकसभा सीट पर अभी तक कुल 7 प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर देखी जा रही है। मुकाबला इसलिए भी कड़ा है क्योंकि यहां से कांग्रेस के टिकट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चुनाव लड़ रहे हैं। जिनका मुकाबला बीजेपी के टिकट से अजय भट्ट से होगा। इनके अलावा बहुजन समाजवादी पार्टी से नीतिन अग्रवाल, सीपीआई से कामरेड डॉ. कैलाश पांडे चुनाव लड़ रहे हैं।
साल 2014 लोकसभा चुनाव का ब्यौरा
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड के पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी ने जीत हासिल की थी। कोश्यारी ने कांग्रेस के करण चंद सिंह बाबा को हराया था। इस चुनाव में कोश्यारी को 6 लाख 36 हजार 769 वोट मिले थे और के सी चंद बाबा को 3 लाख 52 हजरा 52 वोट मिले थे। यानी कोश्यारी ने 2 लाख 84 हजार 717 वोटों से जीत हासिल की थी। यहां तीसरे नंबर बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार लायक अहमद थे। जिन्हें 59 हजार 245 वोट मिले थे।
नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट का इतिहास
नैनीताल-उधमसिंह नगर सीट का इतिहास बहुत पुराना नहीं है। यह सीट साल 2009 के आम चुनाव में अस्तित्व में आया था। इस लोकसभा सीट में कुल 14 विधानसभा सीटें आती हैं। नैनीताल जिले में भीमताल, हल्द्वानी, कालाढूंगी, लालकुआं, नैनीताल, सीटें हैं. जबकि उधमसिंह नगर जिले में बाजपुर, गदरपुर, जशपुर, काशीपुर, खटीमा, किच्छा, नानकमत्ता, रुद्रपुर और सितारगंज सीट आती हैं।
नैनीताल - उधमसिंह नगर सीट में सबसे पहला आम चुनाव साल 2009 में हुआ था। साल 2009 के आम चुनाव में कांग्रेस के के. सी. सिंह बाबा ने जीत हासिल की थी। उन्होंने बीजेपी के बच्ची सिंह रावत को हराया था। बाबा सिंह को 3 लाख 21 हजार से अधिक वोट मिले थे, जबकि बच्ची सिंह रावत को 2 लाख से अधिक वोट मिले थे।
हालांकि इस सीट से कांग्रेस के टिकट से उम्मीदवार पूर्व सीएम हरीश रावत मैदान में है, जबकि बीजपी ने वर्तमान सांसद भगत सिंह कोश्यारी को टिकट ने देकर अजय भट्ट को दिया है।