क्या गंगानगर लोकसभा सीट पर 5वीं बार जीतेंगे निहालचंद, कांग्रेस-बीजेपी के बीच ऐसा हो सकता है मुकाबला

By रामदीप मिश्रा | Published: March 4, 2019 03:55 PM2019-03-04T15:55:52+5:302019-03-04T16:23:18+5:30

राजस्थान विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हार का सामना करना पड़ा। इसको देखते हुए प्रदेश में बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है और चुनाव प्रचार की कमान पार्टी का अलाकमान संभाले हुए है।

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क्या गंगानगर लोकसभा सीट पर 5वीं बार जीतेंगे निहालचंद, कांग्रेस-बीजेपी के बीच ऐसा हो सकता है मुकाबला

Highlightsगंगानगर लोकसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर बीजेपी से निहालचंद मेघवाल सांसद हैं।यहां अभी तक कांग्रेस ने 10 बार परचम लहराया है और बीजेपी को चार बार जीत हासिल हो सकी है।साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में गंगानगर सीट पर कुल मतदाओं की संख्या 17 लाख, 17 हजार, 810 थी।

लोकसभा चुनाव 2019 के लिए राजस्थान में भी चुनाव प्रचार जोर पकड़ने लगा है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार सूबे का दौरा कर आमजन को संबोधित कर चुके हैं क्योंकि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हार का सामना करना पड़ा। इसको देखते हुए प्रदेश में बीजेपी पूरी ताकत झोंक रही है और चुनाव प्रचार की कमान पार्टी का अलाकमान संभाले हुए है। वहीं, कांग्रेस भी विधानसभा चुनाव में मिली जीत को बरकरार रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इन सब के बीच आज हम ऐसी सीट के बारे में बात करने जा रहे हैं जोकि इस समय बीजेपी के कब्जे में है।

गंगानगर लोकसभा सीट

आज हम बात गंगानगर लोकसभा सीट की कर रहे हैं, जोकि अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। इस सीट पर फिलहाल बीजेपी से निहालचंद मेघवाल सांसद हैं। यहां अभी तक कांग्रेस ने 10 बार परचम लहराया है और बीजेपी को चार बार जीत हासिल हो सकी है, जबकि एक-एक बार जनता दल और भारतीय लोक दल जीती है। कुल मिलाकर अगर बीजेपी की ओर देखा जाए तो उसके लिए निहालचंद तुरुप का इक्का साबित हो रहे हैं। वह चार बार सांसद बने हैं और उन्हीं ने अभी तक बीजेपी को इस सीट से जीत दिलाई है। 

कांग्रेस भरतराम पर लगा सकती दांव

गंगानगर लोकसभा सीट पर इस बार भी कांग्रेस भरतराम मेघवाल पर दांव आजमा सकती है, लेकिन कहा जा रहा है कि पार्टी के नेता शंकर पन्नू भी यहां से टिकट पाना चाहते हैं। वहीं, बीजेपी इस सीट पर अपने विश्वासी निहालचंद मेघवाल को मैदान में उतारेगी। यहां इस बार कांग्रेस और बीजेपी में कड़ी टक्कर देखी जा रही है क्योंकि गंगानगर निर्वाचन क्षेत्र में 8 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें सादुलशहर, गंगानगर, करनपुर, सूरतगढ़, रायसिंह नगर और हनुमानगढ़ जिले की सांगरिया, हनुमानगढ़ और पिलीबंगा विधानसभा सीटें शामिल हैं। विधानसबा चुनाव में इन आठ सीटों में से 4 पर बीजेपी ने जीत हासिल की और कांग्रेस ने तीन पर कब्जा जमाया, जबकि 1 पर निर्दलीय उम्मदीवार जीता।

गंगानगर लोकसभा सीट का इतिहास

अगर गंगानगर लोकसभा सीट के इतिहास को देखें तो यहां पहली बार 1952 में चुनाव हुआ था और कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। पार्टी लगातार 5 बार 1952, 1957, 1962, 1967 और 1971 तक जीती। 1977 में भारतीय लोक दल ने कांग्रेस को हराया। 1980 और 1984 का चुनाव कांग्रेस ने जीता। 1989 में जनता दल ने जीत हासिल की। 1991 में फिर से कांग्रेस लौटी, लेकिन 1996 में बीजेपी ने पहली बार इस सीट पर जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस को हराया। 1998 के चुनाव में कांग्रेस ने वापसी की। 1999 और 2004 का चुनाव बीजेपी ने जीता और 2009 में कांग्रेस से हार गई। हालांकि 2014 में नरेंद्र मोदी की लहर में उसे (बीजेपी) फिर इस सीट पर जीत हासिल हुई।   

चुनाव आयोग के आंकड़े

चुनाव आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में गंगानगर सीट पर कुल मतदाओं की संख्या 17 लाख, 17 हजार, 810 थी। इनमें से 12 लाख, 51 हजार, 397 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था और 72.85 फीसदी वोटिंग हुई थी। बीजेपी उम्मीदवार निहालचंद के खाते में 6 लाख, 58 हजार, 130 वोट गए थे। वहीं, कांग्रेस के उम्मीदवार भरत राम मेघवाल को 3 लाख, 66 हजार, 389 वोट मिले थे और उन्हें बीजेपी ने 2 लाख, 91 हजार, 741 वोटों से हराया था। 

Web Title: lok sabha chunav 2019: ganganagar parliament seat nihalchand meghwal bjp congress fight