लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश हो गया है। विधेयक को पेश किये जाने के विरोध में 82 मत पड़े, वहीं समर्थन में 293 मत पड़े। लोकसभा में इसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पेश किया। इस दौरान विपक्षी दलों के सदस्यों ने भारी हंगामा किया। आम आदमी पार्टी ने भी कहा है कि वह संसद में इस बिल का विरोध करेगी।
समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन विधेयक पर सरकार को घेरते हुये इसे भारत और संविधान का अपमान बताया है। सपा नेता यादव ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘‘ना किसान की आय दोगुनी हुई,ना गंगा साफ़ हुई, ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए ,ना काला धन वापस लाए, ना नौकरियां लाए, ना बेटियों को बचा पाए, ना विकास कर पाए, मैंने पहले कहा था: इनकी राजनीति ध्यान हटाने और समाज बांटने की है। नागरिकता संशोधन विधेयक भारत का और संविधान का अपमान है।''
संसद में रखे गए नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ सोमवार को संसद परिसर सहित राजधानी में विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन हुए। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) सांसदों ने संसद भवन परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।
वहीं ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) ने जंतर मंतर पर प्रदर्शन किया। उन्होंने हाथों में तख्तियां पकड़ी हुई थीं जिनपर लिखा था कि यह विधेयक भारत के सिद्धांत के खिलाफ है। कैब के बारे में सवाल करने पर लोकसभा में असम के धुबरी से एआईयूडीएफ के सदस्य बदरुद्दीन अजमल ने कहा, ‘‘हम इस विधेयक का विरोध करते हैं। यह संविधान और हिन्दू-मुस्लिम एकता के खिलाफ है।’’