लोक सभा 2019 को लेकर बाबा रामदेव ने फिर दिया बीजेपी, पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह की चिंता बढ़ाने वाला बयान
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: September 26, 2018 07:13 PM2018-09-26T19:13:14+5:302018-09-26T19:16:29+5:30
बाबा रामदेव ने लोक सभा 2019 में प्रचार के सवाल के जवाब में कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता भारत माता है और उनका पूरा ध्यान योग पर है।
नई दिल्ली, 26 सितंबर: योग गुरु और पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने 2019 के लोक सभा चुनाव से जुड़े एक सवाल पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को परेशान करने वाला बयान दिया है।
बुधवार को बाबा रामदेव ने अगले आम चुनाव में प्रचार से जुड़े समाचार एजेंसी एएनआई के सवाल पर कहा, "मैं अराजनीतिक व्यक्ति हूँ। मैं राजनीतिक सीमाओं में नहीं बँधा हूँ। भारत माता मेरी पहली प्राथमिकता हैं और मेरा काम ही मेरा धर्म है। इसलिए मेरा पूरा ध्यान योग पर है।"
2014 के लोक सभा चुनाव से पहले बाबा रामदेव ने नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रचार अभियान चलाया था। बाबा रामदेव ने कई बार सार्वजनिक मंचों पर नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने का समर्थन किया था।
लेकिन पिछले कुछ समय से बाबा रामदेव सीधे तौर पर केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी का बचाव करने से बचते दिख रहे हैं।
बाबा रामदेव और सस्ता पेट्रोल-डीजल
इससे पहले एक निजी टीवी चैनल के कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने यह कहकर सुर्खियाँ बटोरी थीं कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें मौका दें तो वो 35-40 रुपये प्रति लीटर की दर पर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध करा सकते हैं।
I am an apolitical person, I am not bound by political limitations, Mother India is my first priority and my work is my religion. So, my only focus is that: Yoga Guru Baba Ramdev on whether he will campaign for any party in 2019 elections. pic.twitter.com/ELvDimol74
— ANI (@ANI) September 26, 2018
पिछले कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल ने महँगाई का अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिये हैं। नरेंद्र मोदी सरकार की पेट्रोल-डीजल के बढ़ते रेट को लेकर काफी आलोचना हो रही है। ऐसे में बीजेपी और पीएम मोदी के प्रशंसक माने जाने वाले बाबा रामदेव के बयान से एनडीए सरकार की किरकिरी हुई।
नरेंद्र मोदी सरकार अपनी सफाई में कई बार कह चुकी है कि पेट्रोल और डीजल के दाम अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में कच्चे तेल की कीमतों के उतार-चढ़ाव की वजह से बढ़ते-घटते हैं और इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है।
नरेंद्र मोदी सरकार महँगाई, बेरोजगारी, मॉब लिंचिंग, कई कारोबारियों के बैंकों का कर्ज लेकर विदेश भाग जाने को लेकर विपक्ष के निशाने पर है।