नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के पीसीआर कर्मियों ने लॉकडाउन के दौरान पिछले 24 घंटों में 22 गर्भवती महिलाओं को शहर के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए देशव्यापी बंद के बीच, सार्वजनिक परिवहन सेवाएं निलंबित हैं। उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस भी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं। पुलिस उपायुक्त (पीसीआर) शरत कुमार सिन्हा ने बताया, "पिछले 24 घंटों के दौरान पीसीआर कर्मियों ने 22 महिलाओं को दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया जो प्रसव पीड़ा से गुजर रही थीं।’’
जयपुर में फंसे चार विदेशी नागरिकों को ओला ने दिल्ली पहुंचाया
कोविड-19 के चलते देश में लॉकडाउन के कारण जयपुर में फंसे चार ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को ओला कैब सेवा ने दिल्ली पहुंचाया। कंपनी के प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण ये चारों विदेशी नागरिक 24 मार्च से ही जयपुर में फंस गए थे जिसके बाद ओला ने उन्हें दिल्ली पहुंचने में मदद की। इनमें दो महिलाएं भी थीं। प्रवक्ता ने कहा, "इस समूह ने दिल्ली में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायोग से संपर्क किया जिसने उन्हें ओला से संपर्क करवाया। साथ ही उच्चायोग ने हमें अधिकारियों के साथ मिलकर उन्हें जयपुर से दिल्ली लाने के लिए अनुमति और पास लेने में सहयोग किया।” उन्हें दिल्ली लाने के लिए एक प्रशिक्षित ड्राइवर और संक्रमणमुक्त कैब की व्यवस्था की गई। प्रवक्ता के मुताबिक दिल्ली आने से पहले उन सबका कोरोना वायरस की जांच की गई और जिसका परिणाम नकारात्मक मिला। दिल्ली सरकार ने जिलाधिकारियों को लॉकडाउन के दौरान देश छोड़ने के इच्छुक विदेशियों को ट्रांजिट पास जारी करने के लिए अधिकृत किया है।
दिल्ली में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 191 मामले दर्ज, 3728 लोग हिरासत में
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने को लेकर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में 191 मामले दर्ज किए गए और 3,728 लोगों को हिरासत में लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत सोमवार शाम पांच बजे तक 191 मामले दर्ज किए गए। कुल 3,728 लोगों को दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत हिरासत में लिया गया और 376 वाहनों को अधिनियम की धारा 66 के तहत जब्त किया गया। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी मंदीप सिंह रंधावा ने कहा, “हम दिल्ली में धारा 144 का कड़ाई से पालन करवा रहे हैं। भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के अंतर्गत कुल 4,334 प्राथमिकी दर्ज की गयी है और (लॉकडाउन शुरू होने से अब तक) 11,500 वाहनों को जब्त किया गया है। घर पर पृथक-वास में रखे गए लोगों पर भी निगरानी रखी जा रही है। अब तक घर में पृथक-वास का नियम तोड़ने वालों के खिलाफ 247 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। पुलिस ने बताया कि बंद के दौरान आवागमन के लिए कुल 733 पास जारी किए गए हैं। उन्होंने कहा कि 24 मार्च से अब तक कुल 55,330 लोगों को आदेश का उल्लंघन करने के लिए दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 के तहत हिरासत में लिया गया।