गाजियाबादः कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए तीन मई तक देश को लॉकडाउन किया गया है। इस दौरान लोग केवल आवश्यक चीजों के लिए ही बाहर निकल रहे हैं। लेकिन, उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद का एक व्यक्ति किराने का सामान खरीदने के लिए बाहर गया था और पत्नी के साथ घर लौटा। जब वह अपनी पत्नी को लेकर घर पहुंचा तो उसकी मां हैरान रह गई और उसने घर में घुसने से साफ इनकार कर दिया। मामला शहर के साहिबाबाद इलाके का है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, मां फिर अपने बेटे की शिकायत लेकर पुलिस के पास गई। महिला ने बताया कि उसने अपने बेटे को बुधवार को किराने का सामान खरीदने के लिए भेजा था, लेकिन जब वह वापस लौटा तो वह अपनी पत्नी के साथ आया। वह इस शादी को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है।
बताया जा रहा है कि शादी दो महीने पहले हरिद्वार के एक आर्य समाज मंदिर में हुई थी और लॉकडाउन खुलने के बाद नवविवाहिता को शादी का प्रमाण पत्र मिलने की उम्मीद है। वहीं, शादी करने वाले 26 साल के गुड्डू का कहना है कि हम गवाहों की कमी के कारण उस समय शादी का प्रमाणपत्र नहीं पा सके थे। उन्होंने फिर से हरिद्वार जाने का फैसला किया है, लेकिन लॉकडाउन के कारण नहीं जा सके।
रिपोर्ट में कहा गया है कि गुड्डू ने लॉकडाउन के चलते पत्नी को घर लाने का फैसला लिया क्योंकि उसकी पत्नी सविता एक किराए के मकान में रहती थी और मकान मालिक ने उससे घर खाली करने के लिए कहा था। वह लॉकडाउन के कारण ही वहां रह रही थी। गुड्डू का कहना है कि कहना हैं, "आज मैंने उसे अपनी मां के घर लाने का फैसला किया क्योंकि लॉकडाउन के कारण उसे किराए के घर को खाली करने के लिए कहा गया था।"
मामले को साहिबाबाद पुलिस ने सुलझाने की कोशिश की है और फिलहाल के दिल्ली में सविता के मकान मालिक से कहा है कि उन्हें किराए की जगह पर रहने दिया जाए। हालांकि पुलिस गुड्डू की मां को समझाने में असफल रही है कि बहू को घर में जगह दी जाए क्योंकि महिला लगातार इस शादी का विरोध कर रही है और वह अपनाने को तैयार नहीं है।