"वामपंथ मार्क्सवाद के नाम पर विनाश का बीज बो रहा है", संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 18, 2023 08:25 AM2023-09-18T08:25:35+5:302023-09-18T08:29:07+5:30
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने वामपंथी विचारधारा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वामपंथी विचारधारा के नेताओं ने मार्क्सवाद के नाम पर दुनिया में विनाश लाने का काम किया है।

फाइल फोटो
पुणे: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने वामपंथी विचारधारा पर तीखा हमला करते हुए बीते रविवार को पुणे में कहा कि वामपंथी विचारधारा के नेताओं ने मार्क्सवाद के नाम पर दुनिया में विनाश लाने का काम किया है।
संघ प्रमुख भागवत ने 'जागला पोखरनारी दावी वालवी' नामक एक मराठी पुस्तक के विमोचन के अवसर पर कहा कि भारत पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है कि वो दुनिया को वामपंथी विचारधारा और राजनीति के कारण होने वाले विनाश से बचाए।
भागवत ने कहा, "मार्क्सवाद के नाम पर वामपंथी पश्चिम में विनाश के बीज बो रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "वामपंथी विचारधारा के लोग गलत आदर्शों और सिद्धांतों को बढ़ावा दे रहे हैं, जो समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं। यही कारण है कि मानव स्वभाव और व्यवहार तेजी से बर्बरता की ओर बढ़ रहा है। आज के वक्त में न केवल समाज, बल्कि परिवार भी संकट में हैं। समाज के सदस्यों के रूप में हम सभी को जागरूक होने की जरूरत है और इस संकट के प्रति सतर्क रहने का आवश्यकता है।”
मोहन भागवत ने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म के खिलाफ बयानबाजी पर बेहद तीखी निंदा करते हुए कहा, “आज के दौर में सनातन को उसकी सही जगह पर पुनर्स्थापित करने के लिए राक्षसों के साथ लड़ाई चल रही है। सनातन की इस लड़ाई में हम सभी को देव संस्कृति की ओर से एक साथ खड़ा होना होगा और दुनिया को अंधकार से बाहर निकालना होगा।"
मोदी सरकार द्वारा जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन पर खुशी व्यक्त करते हुए भागवत ने कहा, ''मेजबान देश के रूप में अफ्रीकी संघ को जी20 का पूर्ण सदस्य बनाने का भारत का प्रस्ताव शिखर सम्मेलन के पहले ही दिन पारित हो गया। जी20 के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। इससे पता चलता है कि भारत कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है।"