तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को देवी काली पर दिये विवादित टिप्पणी पर मिला लेफ्ट सांसद का समर्थन, सांसद बिकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा, ‘उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा’
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 11, 2022 06:11 PM2022-07-11T18:11:14+5:302022-07-11T18:15:12+5:30
देवी काली विवाद में माकपा के राज्यसभा सदस्य बिकाश रंजन भट्टाचार्य ने तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा का समर्थन करते हुए कहा उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। उन्होंने केवल कुछ अनुष्ठानों का उल्लेख किया है, जो देवी काली की पूजा करते समय किए जाते हैं।
कोलकाता: तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा द्वारा 'काली मांस खाने वाली और शराब को स्वीकार करने वाली देवी हैं' वाली विवादित टिप्पणी से उन्हीं की पार्टी ने किनारा कर लिया लेकिन अब इस मामले में मोइत्रा को उस पार्टी का साथ मिला है, जिसे उन्होंने बंगाल के बाहर कर दिया है।
जी हां, माकपा के राज्यसभा सदस्य बिकाश रंजन भट्टाचार्य ने मोइत्रा का समर्थन करते हुए कहा, “उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। उन्होंने केवल कुछ अनुष्ठानों का उल्लेख किया है, जो देवी काली की पूजा करते समय किए जाते हैं।”
लेफ्ट सांसद के इस समर्थन से कृष्णानगर की सांसद महुआ मोइत्रा को जरूर थोड़ी राहत पहुंची होगी। जबकि उन्हीं की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के इसे मोइत्रा का व्यक्तिगत बयान बताते हुए उनसे दूरी बना ली थी।
काली पोस्टर विवाद में आलोचना की शिकार हुई सांसद महुआ मोइत्रा के समर्थन में उतरे पश्चिम बंगाल से लेफ्ट के एकमात्र संसदीय प्रतिनिधि बिकास रंजन भट्टाचार्य कलकत्ता हाईकोर्ट के प्रतिष्ठित वकील भी हैं। उन्होंने महुआ मोइत्रा के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि वो देशभर में मोइत्रा के खिलाफ दर्ज हो रहे पुलिस केस में भी कानूनी सहायता देंगे।
समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक बिकास रंजन भट्टाचार्य ने कहा है कि वह इस विवादित मामले में पूरी तरह से महुआ मोइत्रा के साथ हैं और उन्हें पूरी कानूनी मदद देंगे।
लेफ्ट सांसद भट्टाचार्य ने तृणमूल सांसद को सलाह देते हुए कहा कि अगर उनकी पार्टी ने जिस तरह से उनकी वैज्ञानिक और तर्कसंगत सोच को नकारा है, वो बहुत ही निराशाजनक है, इसलिए उन्हें तृणमूल से संबंध तोड़ लेना चाहिए।
इसके साथ ही सांसद भट्टाचार्य ने देवी काली पर मोइत्रा के दिये बयान की निंदा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "ऐसा लगता है कि तृणमूल कांग्रेस भी वोटबैंक के लिए धर्म का राजनीति का उसी तरह से इस्तेमाल कर रही है, जैसे भाजपा और आरएसएस कर रही है।"
मालूम हो कि मोइत्रा द्वारा 'काली मांस खाने वाली और शराब को स्वीकार करने वाली देवी हैं' वाली विवादित टिप्पणी के मामले में तृणमूल कांग्रेस ने बयान जारी करते हुए कहा था कि मोइत्रा की टिप्पणी व्यक्तिगत है और पार्टी ने उनकी टिप्पणी का समर्थन नहीं करती है।
इतना ही नहीं तृणमूल कांग्रेस की ओर से जारी बयान में यह भी कहा गया था कि मोइत्रा की टिप्पणी को लेकर देश भर में जो भी केस दर्ज हो रहे हैं, उसकी जिम्मेदारी भी उन्हीं पर होगी। वहीं मोइत्रा की विवादित टिप्पणी पर बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने गिरफ्तारी की मांग करते हुए इसे कलकत्ता हाईकोर्ट ले जाने की धमकी दी थी।