बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
By एस पी सिन्हा | Updated: December 4, 2025 16:17 IST2025-12-04T16:17:12+5:302025-12-04T16:17:12+5:30
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में संशोधन का प्रस्ताव रखा था। जब विधानसभा अध्यक्ष ने तेजस्वी यादव का नाम लिया तो पूरा विपक्ष शांत हो गया। वहीं सत्ता पक्ष के लोगों ठहाका लगाने लगे।

बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान गायब रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव
पटना: बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। जिसके बाद सदन में विधानसभा अध्यक्ष डा. प्रेम कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नाम को पुकारा। दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सदन में संशोधन का प्रस्ताव रखा था। जब विधानसभा अध्यक्ष ने तेजस्वी यादव का नाम लिया तो पूरा विपक्ष शांत हो गया। वहीं सत्ता पक्ष के लोगों ठहाका लगाने लगे।
दरअसल, सदन के दूसरे दिन की कार्यवाही के बाद से ही तेजस्वी यादव गायब हैं। तेजस्वी के प्रस्ताव को मूव कराने के लिए जब विधानसभा अध्यक्ष ने उनका नाम को पुकारा तो सदन में सन्नाटा पसर गया। तेजस्वी के गैर मौजूदगी में उनका प्रस्ताव मूव नहीं कर सका। जिसके बाद सदन में सत्ता पक्ष की ओर से जमकर ठहाके लगे। सत्ता पक्ष ने इस बात को लेकर मजाक उड़ाया गया कि प्रस्ताव देकर प्रस्तावक ही गायब है।
वहीं तेजस्वी यादव की गैरमौजूदगी ने ना सिर्फ उनकी बल्कि पूरे विपक्ष की फसीहत करा दी। विपक्ष का सिर सदन में शर्म से झूक गया। बता दें कि सत्र की शुरुआत होते ही विधानसभा अध्यक्ष प्रेम कुमार ने सदस्यों को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस अभिभाषण पर विपक्षी दल के नेता तेजस्वी यादव अपना धन्यवाद प्रस्ताव रखेंगे। लेकिन जैसे ही चर्चा शुरू हुई, यह देखा गया कि तेजस्वी यादव सदन में मौजूद नहीं हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को सूचित किया कि विपक्षी दल के नेता उपस्थित नहीं हैं। इस बीच सत्ता पक्ष के विधायक थोड़ी चुटकी लेने लगे और चर्चाओं के दौरान मजाकिया टिप्पणी भी की। कुछ विधायकों ने कहा कि विपक्षी दल इतनी तरह से पराजित हुआ है कि अब सदन में आना ही नहीं चाहता। इस पर सदन में हल्की हंसी और चर्चा का माहौल बन गया।
विपक्षी दल के अनुपस्थित रहने के कारण धन्यवाद प्रस्ताव पर सीधी चर्चा नहीं हो सकी। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत कार्रवाई करते हुए राजद पक्ष के विधायक कुमार सर्वजीत को सदन में 12 मिनट का वक्त दिया, ताकि वे राज्यपाल के अभिभाषण और सदन में उठ रहे मुद्दों पर अपनी बात रख सकें। कुमार सरबजीत ने इस समय का उपयोग करते हुए सरकार की उपलब्धियों और विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए अपने विचार साझा किए।
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के विधान मंडल न पहुंचने पर सियासी तीरों की बारिश शुरू हो गई। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं विधान पार्षद नीरज कुमार ने उनकी अनुपस्थिति पर निशाना साधते हुए कहा कि जिनके परिवार की सुरक्षा में 160 पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, वे खुद सदन में दिखाई नहीं दे रहे। आखिर कहां गायब हो गए तेजस्वी यादव?