'हमारे बच्चों का ख्याल रखना'...केरल में निपाह वायरस से मरने वाली नर्स का पति के नाम अंतिम नोट
By उस्मान | Published: May 22, 2018 05:49 PM2018-05-22T17:49:06+5:302018-05-22T17:49:06+5:30
निपाह वायरस से पीड़ित मरीजों की देखभाल कर रही लिनी को पता ही नहीं चला कि न जाने कब वो इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गई।
साजी चेट्टा, मैं बस जा ही रही हूं... मुझे नहीं लगता कि मैं आपको देख पाऊंगी... मुझे माफ करना... हमारे बच्चों का ध्यान रखना...उन्हें अपने साथ खाड़ी देश में ले जाना..वो अकेले न रहें जिस तरह हमारे पिता रहे...मैं आपको बहुत प्यार करती हूं...
यह वो अंतिम शब्द हैं, जो नर्स लिनी पुथुस्सेरी ने अपने पति के लिए लिखे। लिनी केरल में खतरनाक निपाह वायरस का चौथा शिकार बनीं। निपाह वायरस का संक्रमण फैलना जाए इसलिए उनका अंतिम संस्कार भी आनन-फानन में कर दिया गया। 31-वर्षीय लिनी के 7 और 2 साल के दो बच्चे हैं। लिनी कोझीकोड के पेराम्बरा अस्पताल में निपाह वायरस की चपेट में आए पहले मरीज के इलाज करने वाली टीम में शामिल थी।
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लिनी का यह नोट सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है, और पढ़ने वालों की आंखों को नम कर रहा है। बहुत-से लोगों ने युवा नर्स के प्रति श्रद्धांजलि व्यक्त की है। दरअसल निपाह वायरस से पीड़ित मरीजों की देखभाल कर रही लिनी को पता ही नहीं चला कि न जाने कब वो इस खतरनाक वायरस की चपेट में आ गई। हालांकि जब उन्हें इसका पता चला तो भी उन्होंने अपने कदम पीछे नहीं खींचे। उन्होंने मरीजों की सेवा के लिए अपने परिवार का त्याग कर दिया। इस दौरान लिनी ने अपने पति को एक पत्र लिखा।
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इस बीच केरल के स्वास्थ्य और समाज कल्याण मंत्री केके शैलजा ने कहा है कि सरकार नर्स लिली के मामले को गंभीरता से लेगी और उनके परिवार की सभी संभव आर्थिक मदद देगी।
(फोटो- सोशल मीडिया)