UP में दर्दनाक हादसा, साइकिल से छत्तीसगढ़ जा रहे मजदूर दंपति की मौत, बच्चे घायल
By भाषा | Published: May 8, 2020 02:36 PM2020-05-08T14:36:11+5:302020-05-08T14:43:24+5:30
लॉकडाउन के दौरान विभिन्न राज्यों से प्रवासी मजदूरों के मरने की खबर आई है. बंद के दौरान जब ये अपने घरों को लौट रहे थे तो विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में 51 प्रवासी मजदूरों की मौत हो चुकी है.
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शहीद पथ के गोल्फ सिटी इलाके में किसी अज्ञात वाहन के टकराने से साइकिल से छत्तीसगढ़ जा रहे प्रवासी मजदूर दंपति की मौत हो गयी है और उनके दो बच्चे घायल हो गये है। पुलिस ने बताया कि यह हादसा बुधवार देर रात हुआ, जब कृष्णा साहू, उसकी पत्नी प्रमिला और उनके दो बच्चे निखिल (डेढ़ साल) और चांदनी (तीन) साइकिल से छत्तीसगढ़ जा रहे थे। उन्होंने बताया कि किसी अज्ञात वाहन ने साइकिल को टक्कर मार दी, जिससे चारों गंभीर रूप से घायल हो गये और इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां प्रमिला और कृष्णा की मौत हो गयी । पुलिस ने बताया कि दोनों बच्चे किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत स्थिर है ।
गर्भवती महिला ने सड़क पर दिया शिशु को जन्म
फिरोजाबाद जिले में शिकोहाबाद के कटरा बाजार क्षेत्र में एक गर्भवती महिला ने शुक्रवार दोपहर पुत्र को जन्म दिया। इससे पूर्व महिला कई अस्पतालों में चिकित्सकों को दिखाने गई थी। इसके उपरांत वह अल्ट्रासाउंड कराने अल्ट्रासाउंड केंद्र गई थी, तभी अचानक हुई प्रसव पीड़ा के कारण उसने सड़क पर ही बच्चे को जन्म दिया। इसकी सूचना मिलते ही एसडीएम नरेंद्र सिंह एवं क्षेत्राधिकारी शिकोहाबाद इंदु प्रभा वहां पहुंचीं और महिला को प्रसव के बाद संयुक्त चिकित्सालय शिकोहाबाद के महिला वार्ड में तत्काल भर्ती कराया गया। प्रभा ने बताया कि बच्चे के जन्म के बाद 35 वर्षीय किरण को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और जिन चिकित्सकों ने उसे अस्पताल में भर्ती नहीं किया था, उनके खिलाफ जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। महिला और उसका पुत्र दोनों स्वस्थ हैं।
महाराष्ट्र में 14 मजदूरों की मौत
महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में रेल की पटरियों पर सो रहे कम से कम 14 प्रवासी मजदूरों की शुक्रवार सुबह मालगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि करमाड पुलिस थाने के तहत आने वाले क्षेत्र में सुबह सवा पांच बजे हुई इस दुर्घटना में दो अन्य मजदूर घायल हो गए। करमाड पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि मध्य महाराष्ट्र के जालना से भुसावल की ओर पैदल जा रहे मजदूर अपने गृह राज्य मध्य प्रदेश लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि वे रेल की पटरियों के किनारे चल रहे थे और थकान के कारण पटरियों पर ही सो गए थे। करमाड से करीब 40 किलोमीटर दूर जालना से आ रही मालगाड़ी पटरियों पर सो रहे इन मजदूरों पर चढ़ गई।