भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार (26 दिसंबर) को बताया कि पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव से उनकी पत्नी और माँ से मुलाकात के दौरान दोनों से उनके मंगलसूत्र, चूड़ी और बिंदी उतरवा दिये गये थे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि रविवार (25 दिसंबर) को हुई मुलाकात के दौरान पाकिस्तान ने कुलभूषण की माँ और पत्नी को उनसे मराठी में बात नहीं करनी दी। कुलभूषण जाधव महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। वो बीते 21 महीने से पाकिस्तानी जेल में हैं। पाकिस्तान का आरोप है कि वो भारत के लिए जासूसी कर रहे थे। जासूसी के आरोप में पाकिस्तानी अदालत ने जाधव को मौत की सजा सुनायी है। वहीं भारत ने साफ किया है कि कुलभूषण जाधव जासूस नहीं करते थे और उन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों ने ईरान से अगवा किया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया कि मुलाकात के दौरान जाधव की माँ और पत्नी के कपड़े भी मुलाकात के बदले बदलवा दिए गए थे। कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के तौर-तरीकों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। 21 महीने से पाकिस्तानी जेल में बंद जाधव और उनके परिवार के बीच पहली बार मुलाकात हुई। परिवार और जाधव के बीच क्या बातचीत हुई फिलहाल यह तो साफ नहीं हो पायी है लेकिन मुलाकात से पहले पाकिस्तान द्वारा किए गए बर्ताव पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताते हुए कई बातें कही।
पाकिस्तान ने जाधव की माँ और पत्नी से केवल 30 मिनट तक ही मुलाकात करनी दी। जाधव से मुलाकात करके लौटने के बाद उनकी माँ और पत्नी ने भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से दिल्ली में मुलाकात की।
पाकिस्तान सेना की विशेष अदालत जाधव को जासूसी और देश विरोधी गतिविधियों के आरोप में फांसी की सजा सुना चुकी है लेकिन आईसीजे ने पाक के इस फैसले पर रोक लगा दी है। भारतीय नौसेना में अधिकारी जाधव रिटायरमेंट के बाद ईरान में बिजनेस कर रहे थे। पाकिस्ताने अशांति फैलाने और जासूसी का आरोप लगाते हुए उन्हें बलूचिस्तान से 3 मार्च 2016 को गिरफ्तार किया था।