भाजपा नेता का बयान- हिंदुस्तान में रहते हैं मुसलमान, इसलिए हिंदू त्योहारों में सहयोग करना उनका कर्तव्य
By मनाली रस्तोगी | Published: August 17, 2022 11:05 AM2022-08-17T11:05:37+5:302022-08-17T11:50:02+5:30
भाजपा के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने शिवमोग्गा जिले में त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस की सराहना मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों से अपने युवाओं का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया, जिन्होंने गलत रास्ता चुना है।
बेंगलुरु: पूर्व मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने मंगलवार को एक चेतावनी जारी करते हुए कहा कि चूंकि मुसलमान "हिंदुस्तान में रहते हैं, इसलिए हिंदू त्योहारों में सहयोग करना उनका कर्तव्य था।" उन्होंने कहा कि गणेश उत्सव आ रहा है और मैं किसी से (शांति बनाए रखने की) कोई अपील नहीं कर रहा हूं। आप (मुसलमान) हिंदुस्तान में हैं और अगर आप गणेश के हिंदू त्योहार के बीच आते हैं, तो आप सभी को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
उन्होंने आगे कहा कि मैं चेतावनी दे रहा हूं। मुझे अपील क्यों करनी चाहिए? सहयोग करना उनका कर्तव्य है। ईश्वरप्पा ने कहा कि मुसलमानों को "घर पर अपने त्योहार मनाने का अधिकार" है और उन्हें "जुलूस निकालने की भी अनुमति दी गई है।" इस बीच विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने ईश्वरप्पा की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना करते हुए कहा कि उनके पास "दिमाग नहीं है" और अतीत में इस तरह की कई गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियां की हैं।
पूर्व मंत्री का बयान भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने सभी प्रमुख मीडिया समाचार पत्रों में स्वतंत्रता दिवस के विज्ञापन में भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर को शामिल नहीं करने के लिए तीखी आलोचना के बाद सामने आया। ईश्वरप्पा ने निर्णय का बचाव करते हुए कहा था कि यह एक जानबूझकर किया गया कदम था क्योंकि नेहरू भारत के विभाजन का कारण थे।
सिद्धारमैया ने कहा, " उन्होंने (भाजपा ने) सावरकर की तस्वीरें लगाईं, जिससे हमें कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन उन्होंने इसे मुस्लिम इलाके में रख दिया। क्यों? उन्होंने टीपू सुल्तान के पोस्टर को भी ना कह दिया। अगर आप सावरकर की तस्वीर लगाते हैं तो टीपू सुल्तान की तस्वीर को भी अनुमति दें।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शरारत करती है और फिर इसके लिए कांग्रेस पर आरोप लगाती है जिसकी पूरे विवाद में कोई भूमिका नहीं है।
शिवमोग्गा जिले में त्वरित कार्रवाई के लिए पुलिस की सराहना करते हुए उन्होंने मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों से अपने युवाओं का मार्गदर्शन करने का आग्रह किया, जिन्होंने गलत रास्ता चुना है। वहीं, पीटीआई ने ईश्वरप्पा के हवाले से कहा, "सरकार शांति बनाए रखने के सभी प्रयास कर रही है, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सभी हिंदू और मुसलमान ऐसी चीजों में शामिल हैं। हिन्दू समाज मजबूत है कमजोर नहीं।"
उन्होंने आगे कहा, "अगर हिन्दू समाज सच में खड़ा होता है, तो मुस्लिम गुंडे नहीं बचेंगे, लेकिन हिंदू कानून को हाथ में नहीं लेना चाहते हैं और चाहते हैं कि सरकार कार्रवाई करे।" पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके "नमूना" दिखाया है, लेकिन फिर भी गुंडागर्दी और हत्या की ऐसी हरकतें जारी हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, "मैं मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों को बताना चाहता हूं, मैं यह नहीं कह रहा हूं कि सभी मुसलमान गुंडे हैं। मुस्लिम समुदाय के बुजुर्गों ने अतीत में शांति के लिए प्रयास किए हैं, मैं उनसे कहना चाहता हूं कि गुंडागर्दी करने वाले युवाओं को सलाह दें, यदि नहीं तो सरकार कार्रवाई करेगी और उन्हें इसका सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।"