IMF के भारतीय कार्यकारी निदेशक पद से हटाए गए सुब्रमण्यम, सरकार का बड़ा फैसला
By अंजली चौहान | Updated: May 4, 2025 08:11 IST2025-05-04T08:11:05+5:302025-05-04T08:11:38+5:30
IMF : एक सरकारी नोटिस के अनुसार, आईएमएफ के कार्यकारी निदेशक (भारत) के रूप में डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं।

IMF के भारतीय कार्यकारी निदेशक पद से हटाए गए सुब्रमण्यम, सरकार का बड़ा फैसला
IMF : अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत के कार्यकारी निदेशक डॉक्टर सुब्रमण्यम अपने कार्यकाल के समाप्त होने से पहले ही बर्खास्त कर दिए गए हैं। भारत सरकार की ओर से जारी एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत के कार्यकारी निदेशक आईएमएफ के निदेशक को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
सुब्रमण्यम, जो 2018 से 2022 तक देश के सबसे युवा मुख्य आर्थिक सलाहकार थे, नवंबर, 2022 में IMF में कार्यकारी निदेशक (भारत) के रूप में शामिल हुए। इस भूमिका के तहत, उन्होंने IMF में भारत, बांग्लादेश, श्रीलंका और भूटान का प्रतिनिधित्व किया।
इस मामले पर एक सरकारी नोटिस में कहा गया है, "मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति (ACC) ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में कार्यकारी निदेशक (भारत) के रूप में डॉ कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने को मंजूरी दे दी है।"
IMF के कार्यकारी निदेशक के रूप में उनका कार्यकाल तीन साल पूरे करने के बाद नवंबर, 2025 में समाप्त होना था। सरकार द्वारा उनके कार्यकाल को कम करने का कोई कारण नहीं बताया गया।
यह निर्णय लेने वाली ACC के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं।
कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम के बारे में
डॉ. कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम जिन्हें के.वी. सुब्रमण्यम के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार के 17वें मुख्य आर्थिक सलाहकार थे और इस पद को संभालने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति भी थे।
उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में आईआईएम कलकत्ता से एमबीए किया। उन्होंने शिकागो विश्वविद्यालय के बूथ स्कूल ऑफ बिजनेस से वित्तीय अर्थशास्त्र में पीएचडी की उपाधि प्राप्त की। के.वी. सुब्रमण्यम ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की विभिन्न विशेषज्ञ समितियों में पद संभाले।
Services of Dr Krishnamurthy Subramanian as Executive Director (India) at the International Monetary Fund terminated with immediate effect: Govt of India pic.twitter.com/IxB6qahdmn
— ANI (@ANI) May 3, 2025
आईआईटी कानपुर की वेबसाइट पर उनके प्रोफाइल के अनुसार, प्रोफेसर सुब्रमण्यम के शोध के प्रमुख क्षेत्रों में बैंकिंग और मौद्रिक नीति, कॉर्पोरेट प्रशासन, बैंकिंग विनियमन, दिवालियापन, नवाचार और उद्यमिता, कानून और वित्त, और उभरते बाजार शामिल हैं।
इसके अलावा, उनके विद्वत्तापूर्ण कार्य उनके क्षेत्र की कुछ प्रमुख अकादमिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं, जिनमें द रिव्यू ऑफ फाइनेंशियल स्टडीज, द जर्नल ऑफ फाइनेंशियल इकोनॉमिक्स, द जर्नल ऑफ फाइनेंशियल एंड क्वांटिटेटिव एनालिसिस और द जर्नल ऑफ लॉ एंड इकोनॉमिक्स शामिल हैं।