कोविड-19 के टीके को जन-जन का टीका बनाया जाना चाहिए :नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. युनूस
By भाषा | Updated: December 10, 2020 20:50 IST2020-12-10T20:50:42+5:302020-12-10T20:50:42+5:30

कोविड-19 के टीके को जन-जन का टीका बनाया जाना चाहिए :नोबेल पुरस्कार विजेता प्रो. युनूस
हैदराबाद (तेलंगाना), 10 दिसंबर नोबेल पुरस्कार विजेता एवं बांग्लादेशी प्रोफेसर मुहम्मद युनूस ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के टीके ने दुनिया को दो हिस्से में बांट दिया है, एक वह, जिसके पास टीका है और दूसरा वह, जिसके पास नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि टीके का मालिकाना हक किसी निजी कंपनी के हाथों में नहीं होना चाहिए।
प्रो. युनून ने डिजिटल माध्यमों से आयोजित तीन दिवसीय ‘टाई ग्लोबल समिट’ (टीजीएस) के एक सत्र के दौरान कहा कि कोविड-19 का टीका पोलियो के टीके की तरह ‘लोगों का टीका’ होना चाहिए और किसी के पास इसका बौद्धिक संपदा अधिकार नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘...टीका कहीं भी किसी के भी द्वारा उत्पादित किया जा सकता है कोई पेटेंट अधिकार नहीं होना चाहिए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दूसरे शब्दों में, उसकी बौद्धिक संपदा पर कॉरपोरेट का नियंत्रण या मालिकाना हक, वाणिज्यिक नियंत्रण नहीं होना चाहिए।’’
प्रो.युनूस के मुताबिक विश्व के लिए यह समय नयी दिशा में जाने का है, जहां ग्लोबल वार्मिंग नहीं हो, अमीर-गरीब के बीच खाई नहीं हो और कृत्रिम बुद्धिमत्ता नहीं हो।
उन्होंने कहा, ‘‘महामारी ने साहसिक फैसले लेने का हमें अवसर दिया है।’’
उन्होंने कहा कि विश्व के लिए यह वक्त कार्बन उत्सर्जन, संपत्ति के कुछ लोगों के ही पास जमा न होने, बेरोजगारी खत्म करने का है।
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