Kota Student Suicide: नये साल की पहली त्रासदी, NEET के छात्र ने की आत्महत्या
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 24, 2024 01:48 PM2024-01-24T13:48:28+5:302024-01-24T13:51:27+5:30
प्रतियोगी छात्रों की आत्महत्या के कारण कुख्यात हो चुके राजस्थान के शहर कोटा से फिर एक छात्र के आत्महत्या की खबर सामने आ रही है।
जयपुर: प्रतियोगी छात्रों की आत्महत्या के कारण कुख्यात हो चुके राजस्थान के शहर कोटा से फिर एक छात्र के आत्महत्या की खबर सामने आ रही है। जानकारी के अनुसार एनईईटी परीक्षा की तैयारी कर रहे एक 19 साल के छात्र ने आत्महत्या कर ली है। बताया जा रहा है कि मृत छात्र उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का रहने वाला था।
समाचार वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार 19 वर्षीय छात्र मंगलवार देर रात कोटा स्थित अपने हॉस्टल के कमरे में मृत पाया गया था। नये साल 2024 में कोटा में किसी छात्र द्वारा आत्महत्या करने की यह पहली त्रासदी है।
वहीं साल 2023 में कोटा में कुल 27 प्रतियोगी छात्रों द्वारा आत्महत्या की गई है। पिछले वर्ष छात्रों की आत्महत्याओं की संख्या साल 2015 के बाद से सबसे अधिक थी, जब प्रशासन ने पहली बार ऐसी मौतों का रिकॉर्ड रखना शुरू किया था।
घटना के संबंध में पुलिस उपाधीक्षक भवानी सिंह ने कहा कि छात्र पिछले दो वर्षों से कोटा में पढ़ रहा था और एनईईटी की तैयारी कर रहा था। उन्होंने बताया कि छात्र का कमरा मंगलवार सुबह से ही बंद थ।
उन्होंने कहा, "जब छात्र ने शाम तक दरवाजा नहीं खोला, तो उसके एक दोस्त ने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं हुई। उसके बाद साथी छात्रों ने पुलिस को सूचित किया, जिन्होंने दरवाजा तोड़ने के बाद छात्र का शव बरामद किया।"
मौके पर तफ्तीश करने के बाद पुलिस ने कहा कि छात्र के कमरे से कोई आत्महत्या का नोट नहीं बरामद हुआ है। मृतक के माता-पिता को घटना की जानकारी दे दी गई है।
भवानी सिंह ने कहा, "पुलिस ने शव का पंचनामा कराके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा दिया है। हम घटना की जांच कर रहे हैं कि क्या आत्महत्या से पहले छात्र के व्यवहार में कोई बदलाव आया था और प्राशासनिक दिशानिर्देशों के अनुसार हॉस्टल की छत पर पंखों में स्प्रिंग-लोडेड डिवाइस क्यों नहीं लगाया गया था।”
मालूम हो कि कोटा में साल 2022 में 15 छात्र ने, साल 2019 में 18 छात्रों ने, 2018 में 20 छात्रों ने, साल 2017 में 7 छात्रों ने, साल 2016 में 17 छात्रों ने और साल 2015 में 18 छात्रों ने आत्महत्या की थी। जबकि 2020 और 2021 में किसी छात्र के आत्महत्या की सूचना नहीं है क्योंकि उस दौरान कोविड के प्रभाव के कारण कोचिंग संस्थान या तो बंद हो गए थे या ऑनलाइन मोड में चल रहे थे।
बताया जा रहा है कि कोटा में कोचिंह बिजनेस सालाना लगभग 10,000 करोड़ रुपये के होने का अनुमान है। राजस्थान के कोटा में देशभर से हर साल दसवीं कक्षा पूरी करने के बाद छात्र प्रतियोगी परीक्षओं की तैयारी के लिए आते हैं।