Kolkata doctor rape and murder case: उम्रकैद या फांसी?, जज ने फैसला दोपहर 2.45 बजे तक सुरक्षित रखा
By सतीश कुमार सिंह | Published: January 20, 2025 01:19 PM2025-01-20T13:19:09+5:302025-01-20T13:39:09+5:30
Kolkata doctor rape and murder case: सीबीआई के अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि हम समाज में लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए कड़ी से कड़ी सजा का अनुरोध करते हैं।

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कोलकाताःसरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या के दोषी संजय रॉय पर फैसला दोहपर 2.45 बजे आएगा। जज ने अभी फैसला सुरक्षित रखा है। कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले में दोषी संजय रॉय को शनिवार (18 जनवरी) को सीबीआई अदालत ने दोषी ठहराए था। अगस्त 2024 में आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 31 वर्षीय प्रशिक्षु डॉक्टर के बलात्कार और हत्या का दोषी पाया गया था। दोषी के बचाव पक्ष की सुनवाई कोलकाता की अदालत में पूरी हुई, अपराह्न दो बजकर 45 मिनट पर सजा सुनाई जाएगी।
RG Kar rape-murder case: "I told you the previous day the charges you were convicted against and the charges that have been proven against you, " the judge tells the accused Sanjay Roy
— ANI (@ANI) January 20, 2025
Accused Sanjay to the judge, "I have not done anything, neither rape nor murder. I am being…
Kolkata, West Bengal: Sealdah court begins hearing RG Kar rape-murder case
The court will pronounce the quantum of sentence in RG Kar rape-murder case today after the court found Sanjay Roy guilty in the rape and murder case on January 18. pic.twitter.com/KUyMIEDm0a— ANI (@ANI) January 20, 2025
सीबीआई अदालत ने सिविक वालंटियर पर धारा 64 (बलात्कार), धारा 66 (मौत के लिए सज़ा), और धारा 103 (हत्या) के तहत आरोप लगाए। आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी संजय रॉय ने अदालत से कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है, मैंने कोई अपराध नहीं किया है।
आरजी कर अस्पताल में महिला चिकित्सक से दुष्कर्म और हत्या के मामले में दोषी संजय रॉय ने कलकत्ता में अदालत से कहा कि ‘‘मैंने कुछ नहीं किया, फिर भी मुझे दोषी ठहराया गया।’’ आरजी कर मामले में सजा सुनाए जाने से पहले सीबीआई के अधिवक्ता ने अदालत से कहा कि हम समाज में लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए कड़ी से कड़ी सजा का अनुरोध करते हैं।
रॉय को सुबह करीब 10 बजकर 15 मिनट पर जेल से बाहर लाया गया और उसे अदालत लाने के दौरान पुलिस की कई गाड़ियां मौजूद रहीं। एक अधिकारी ने बताया कि सियालदह अदालत में करीब 500 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और अधिकारियों ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हर संभव प्रयास किया है।
हालांकि अत्यधिक संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती के बावजूद कई लोग अदालत परिसर में उमड़ पड़े और कुछ लोग दोषी को देखने के लिए रेलिंग पर चढ़ने की कोशिश करते देखे गए। उत्तर बंगाल के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जब तक अदालत अपना फैसला नहीं सुना देती, तब तक वह इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करेंगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पहले मृत्युदंड का अनुरोध किया था, लेकिन यह न्यायाधीश और मामले को किस तरह से पेश किया गया है, इस पर निर्भर करता है।’’ जिस प्रशिक्षु महिला चिकित्सक की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी, उसके माता-पिता ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका से न्याय मिलने का भरोसा है। पीड़िता के पिता ने कहा, ‘‘हमें न्यायाधीश पर भरोसा है।’’
हालांकि, प्रशिक्षु चिकित्सक की मां ने केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की जांच पर निराशा व्यक्त की और आरोप लगाया कि ‘‘अपराध में शामिल अन्य अपराधियों को न्याय के कठघरे में नहीं लाया गया’’। शोकाकुल मां ने कहा, ‘‘केवल एक व्यक्ति अपराध में शामिल नहीं है, फिर भी सीबीआई अन्य को पकड़ने में विफल रही है।
अगर हमें समाज में भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकना है तो ऐसे अपराधियों को जीने का कोई अधिकार नहीं है।’’ पिछले साल नौ अगस्त को चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या की घटना ने देश भर में आक्रोश पैदा कर दिया था और लंबे समय तक विरोध प्रदर्शन हुए थे। घटना के एक दिन बाद रॉय को गिरफ्तार कर लिया गया था और बाद में मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था।