राजौरी में 4 नागरिकों की हत्याः फारूक अब्दुल्ला ने कहा- देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही, ये उसी का नतीजा, पूछे कौन जिम्मेदार है?
By अनिल शर्मा | Published: January 2, 2023 03:04 PM2023-01-02T15:04:59+5:302023-01-02T15:14:47+5:30
हमले को लेकर राजौरी जिले के धंगरी में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। घटना के बाद स्थानीय लोग जम्मू संभाग के पहाड़ी गांव धंगरी के मुख्य चौक पर एकत्र हुए और पुलिस और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को उनकी मांगें सुनने की मांग की।
राजौरी के डांगरी गांव में आतंकी हमले और विस्फोट में कइयों के जान गंवाने को लेकर घाटी में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। डांगरी गांव में रविवार आतंकियों ने 4 नागरिकों की हत्या कर दी थी। और इस घटना के 24 घंटे के भीतर वहां एक विस्फोट भी हुआ है जिसमें एक बच्चे की मौत हो गई है जबकि 7 घायल हुए हैं।
इस आतंकी वारदात पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये बहुत दुख की बात है कि आतंकवाद अभी भी इस रियासत में चल रहा है। बेगुनाहों को मारा जा रहा है। फारूक ने कहा कि पूरे देश में जिस तरह की नफरत फैलाई जा रही है, ये उसी का नतीजा है।
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि आज मुसलमान को अलग और हिंदुओं को अलग खड़ा किया जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि कौन जिम्मेदार है? कौन नफरत फैला रहा है?... इस पर गृह मंत्रालय में रास्ता निकालने कि जरूरत है।
उधर, नेशनल कांफ्रेंस (नेकां) के नेता उमर अब्दुल्ला नेभी इस घटना की सोमवार निंदा की। उन्होंने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि मैं इस जघन्य हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं और मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुझे उम्मीद है कि इस हमले में घायल हुए लोग तेजी से और पूरी तरह से स्वस्थ होंगे।
जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि इस हमले में 4 लोगों की मृत्यु हुई है और 6 लोग घायल हैं। सभी घायलों की स्थिति सामान्य है। आज सुबह तलाशी के दौरान एक और धमाका हुआ। इस धमाके में एक बच्चे की मृत्यु हुई है और 7 लोग घायल हुए हैं। 2 आतंकियों के होने की जानकारी मिली है। तलाशी अभियान जारी है।
हमले को लेकर राजौरी जिले के धंगरी में स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। घटना के बाद स्थानीय लोग जम्मू संभाग के पहाड़ी गांव धंगरी के मुख्य चौक पर एकत्र हुए और पुलिस और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को उनकी मांगें सुनने की मांग की। स्थानीय लोगों ने प्रशासन के विरोध में राजौरी बंद का भी आह्वान किया है।