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केरल के बाद छत्तीसगढ़ के जंगल में तीन हथनी मृत मिलीं, एक गर्भवती थी, पर्यावरण मंत्रालय ने कहा- जल्द हो एक्शन

By भाषा | Updated: June 11, 2020 19:12 IST

केरल में हाथी मरने के बाद छत्तीसगढ़ में दो हथनी मृत पाई गईं। केंद्र सरकार ने सख्त कदम को कहा। एक हथनी गर्भवती थी। मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए है।

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ठळक मुद्देअतिरिक्त प्रधान मुख्य संरक्षक अरुण कुमार पांडे ने पीटीआई-भाषा को बताया कि दोनों हथनियां प्रतापपुर वन रेंज के गणेशपुर इलाके में अलग अलग स्थानों पर मृत मिलीं।वन विभाग के कर्मियों ने अभी दूसरी हथनी का मृत शरीर बरामद नहीं किया है, क्योंकि हाथियों के झुंड ने उसे घेरा हुआ है। सूरजपुर के मंडलीय वन अधिकारी (डीएफओ) जे आर भगत ने बताया कि गर्भवती हथनी की शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी मौत जिगर से संबंधित बीमारी के कारण हुई है। 

रायपुरःछत्तीसगढ़ के सरगुजा क्षेत्र में बृहस्पतिवार को एक और जंगली हथिनी मृत पाई गई। इस क्षेत्र में पिछले तीन दिन में तीन हथिनियों की मौत हो चुकी है। राज्य के वन विभाग के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि बलरामपुर जिले के राजपुर वन परिक्षेत्र में एक जंगली हथिनी का शव बरामद किया गया है।

मंगलवार और बुधवार को भी वन विभाग ने सूरजपुर जिले के प्रतापपुर वन परिक्षेत्र से दो जंगली हथिनियों के शव बरामद किए थे। इनमें से एक हथिनी गर्भवती थी। अधिकारियों ने इस हथिनी की मौत जिगर और तिल्ली की समस्या से होने की आशंका जताई थी। अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) अरुण कुमार पांडेय ने बताया कि तीन दिनों में सभी मृत हाथी मादा हैं तथा ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सभी की मृत्यु एक ही कारण से हुई है। पांडेय ने बताया कि आज जिस हथिनी का शव बरामद किया गया है उसका पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।

वहीं दो मृत हथिनियों के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई है और उनकी मृत्यु स्वाभाविक नहीं है। रिपोर्ट में उनके जहर से मरने की आशंका जताई जा रही है। अधिकारी ने बताया कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार हाथियों का दल राजपुर से प्रतापपुर की ओर गया था। इस दौरान हाथियों ने गांव में घरों को नुकसान पहुंचाया था। आशंका है कि इस दौरान हाथियों ने महुआ फूल या घरों में रखे यूरिया को खा लिया था। बलरामपुर मंडल के वन मंडल अधिकारी प्रणव मिश्रा ने बताया कि हथिनियों के मरने की जानकारी मिलने के बाद घटनास्थल पर वन विभाग का दल पहुंच गया था।

मिश्रा ने बताया कि शव पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। हथिनियों की मृत्यु दो तीन दिन पहले हुई है। मृत्यु के कारणों के बारे में सही जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मिल सकेगी। वहीं वन विभाग ने क्षेत्र में तालाबों और पानी वाले अन्य स्थानों से नमूना एकत्र कर लिए हैं तथा इनमें जहर की जांच की जा रही है। बिलासपुर के सामाजिक कार्यकर्ता मंसूर खान ने बताया कि पिछले वर्ष नवंबर में वन विभाग ने बलरामपुर जिले में हाथी दांत के लिए हाथियों की हत्या करने के आरोप में आठ लोगों को गिरफ्तार किया था।

तीन हथिनियों की मौत में भी इस तरह से किसी साजिश से इंकार नहीं किया जा सकता है। खान ने कहा कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। इसके बाद ही इस संबंध में सही जानकारी मिल सकेगी। छत्तीसगढ़ के उत्तर क्षेत्र के सरगुजा, कोरबा, रायगढ़, जशपुर और कोरिया जिले में हाथी और मानव के मध्य संघर्ष की खबरें अक्सर आती रहती हैं। इस क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों में हाथियों के हमले में कई लोगों की जान गई है तथा कई घरों को नुकसान पहुंचा है।

पर्यावरण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ वन विभाग से हथिनियों की मौत के मामले में कार्रवाई को कहा

केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ के वन विभाग को निर्देश दिया कि राज्य में दो जंगली हथिनियों की मौत के मामले में उचित कार्रवाई की जाए। मंत्रालय ने वन विभाग से इस मामले में उसे तथ्यों से अवगत कराने को भी कहा। एक वन अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में पिछले दो दिन में दो हथिनी मृत मिलीं जिनमें एक गर्भवती थी।

मंत्रालय ने ट्वीट किया, ‘‘छत्तीसगढ़ राज्य के सूरजपुर वन विभाग में दो हथिनियों की मौत हो गयी। छत्तीसगढ़ के मुख्य वन्यजीव संरक्षक इलाके का दौरा कर तथ्यों का पता लगा रहे हैं। राज्य वन विभाग से अनुरोध किया जाता है कि उचित कार्रवाई की जाए तथा मंत्रालय को तत्काल तथ्यों से अवगत कराया जाए।’’

वन अधिकारियों के अनुसार मृत हथिनियां एक झुंड का हिस्सा थीं जो पिछले कुछ दिन से इलाके में घूम रहा था। इससे पहले केरल के पलक्कड जिले में गर्भवती हथिनी की मौत का मामला सामने आया था जिसे पटाखों से भरा अनानास खिला दिया गया था। पूरे देश में इस घटना पर आक्रोश देखा गया। 

जंगली हाथी की हत्या के सिलसिले में तीन व्यक्ति गिरफ्तार

केरल के कोल्लम जिले में अप्रैल में एक जंगली हथिनी की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वहीं पिछले महीने पलक्कड़ जिले में एक गर्भवती हथिनी की मौत के मामले में दो मुख्य आरोपियों की तलाश जारी है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। दोनों की एक ही दुखद तरीके से मौत हुयी थी।

इससे पहले वे कथित तौर पर विस्फोटकों से भरे फलों को खाने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं। मुंह में गंभीर जख्म हो जाने के कारण दोनों कई दिनों तक कुछ भी खाने में असमर्थ थीं। कोल्लम जिले के एक वन अधिकारी ने पीटीआई भाषा को बताया कि जिले में युवा हथिनी की हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

उन्होंने कहा कि मामले में पांच आरोपी हैं। उनमें से दो अब भी फरार हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने कहा है कि हथिनी उनका निशाना नहीं थी और वह जंगली सूअरों और हिरणों के लिए बिछाए गए जाल में गलती से गिर गयी। इस बीच, पलक्कड जिले में वन अधिकारियों ने कहा कि गर्भवती हथिनी की हत्या के मामले में दो प्रमुख आरोपियों को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं। इस मामले में पांच जून को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था। राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल इस मामले की जांच कर रहा है। 

टॅग्स :छत्तीसगढ़केरलभूपेश बघेलहाथी
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