केरल के कानून मंत्री ने चेन्निथला, एनएसएस प्रमुख के खिलाफ आयोग में शिकायत की
By भाषा | Published: April 6, 2021 07:57 PM2021-04-06T19:57:06+5:302021-04-06T19:57:06+5:30
पलक्कड़, छह अप्रैल केरल के कानून मंत्री ए के बालन ने चुनाव के दिन ‘‘परंपराओं और देवताओं के नामों का अभूतपूर्व तरीके से दुरुपयोग’’ करने को लेकर विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला और नायर सर्विस सोसाइटी के प्रमुख जी. सुकुमारन नायर के खिलाफ मंगलवार को चुनाव आयोग से शिकायत की।
सबरीमला में महिलाओं के प्रवेश का मुद्दा सत्तारूढ़ एलडीएफ के खिलाफ विपक्षी यूडीएफ और राजग के प्रमुख चुनावी मुद्दों में से एक है और यह मंगलवार को भी केंद्र में बना रहा।
बालन ने अपनी शिकायत में कहा, ‘‘यूडीएफ और भाजपा इस चुनाव के दौरान परंपराओं और देवताओं के नामों का अभूतपूर्व तरीके से दुरुपयोग कर रहे हैं। चुनाव आयोग को इस तरह की घटनाओं पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि एनएसएस प्रमुख ने मतदान के दिन सुबह लगभग 7.30 बजे चुनाव को आस्तिक और नास्तिक के बीच लड़ाई के तौर पर पेश किया।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके तुरंत बाद, विपक्ष के नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवान अयप्पा के प्रकोप का सामना करेंगे और आस्तिक लोग नास्तिक मुख्यमंत्री से बदला लेंगे।’’
मंत्री ने कहा कि बयान संविधान और जनप्रतिनिधि कानून के खिलाफ है और यह विपक्षी दलों द्वारा इसलिए दिये गए क्योंकि उन्हें चुनाव में ‘‘जबर्दस्त हार’’ की आशंका है।
एलडीएफ सरकार द्वारा 2018 के उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने का निर्णय लेने के बाद केरल में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा हिंसक विरोध प्रदर्शन किये गए थे। न्यायालय ने अपने उस फैसले में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को सबरीमाला में भगवान अयप्पा के पहाड़ी मंदिर में प्रार्थना करने की अनुमति दी थी, जहां 10-50 वर्ष आयु की महिलाओं को पूजा करने पर रोक थी।
मंगलवार को हिंदू नायर समुदाय के संगठन एनएसएस के महासचिव सुकुमारन नायर ने कहा कि केरल के लोग राज्य में शासन में बदलाव चाहते हैं।
उच्चतम न्यायालय के फैसले को लागू करने के लिए सत्तारूढ़ एलडीएफ पर परोक्ष तौर पर निशाना साधते हुए नायर ने कहा कि अयप्पा भक्तों का विरोध अभी भी बना हुआ है।
इसके जवाब में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि नायर राज्य सरकार के खिलाफ कुछ भी कहेंगे। उन्होंने कन्नूर में वहां एक स्कूल में वोट डालने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘वह एक अयप्पा भक्त हैं। अयप्पा और अन्य सभी भगवान इस सरकार के साथ हैं, जिसने सभी धर्मों के लोगों के हितों की रक्षा की है।
भगवान हमेशा उन लोगों के साथ होते हैं जो लोगों के लिए अच्छा काम करते।’’
मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए चेन्निथला ने यह जानने का प्रयास किया कि क्या नास्तिक विजयन चुनाव जीतने के लिए भगवान अयप्पा का आशीर्वाद मांग रहे हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘न तो भगवान अयप्पा और न ही उनके भक्त उनकी भावनाओं को आहत करने के लिए वाम सरकार को माफ करेंगे।
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