केरल के राज्यपाल ने कहा कि वह विश्वविद्यालयों में ‘राजनीतिक हस्तक्षेप’ को बर्दाश्त नहीं कर सकते
By भाषा | Published: December 11, 2021 05:41 PM2021-12-11T17:41:28+5:302021-12-11T17:41:28+5:30
नयी दिल्ली/तिरूवनंतपुरम, 11 दिसंबर केरल के विश्वविद्यालयों को लेकर एलडीएफ सरकार पर प्रहार जारी रखते हुए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शनिवार को कहा कि उच्च शैक्षणिक संस्थानों में राजनीतिक हस्तक्षेप को वह ‘‘बर्दाश्त नहीं कर सकते।’’
राज्यपाल शनिवार को नयी दिल्ली में संवाददाताओं से बात कर रहे थे। एक दिन पहले उन्होंने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को पत्र लिखकर विश्वविद्यालयों में कथित राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर अप्रसन्नता जताई थी। कड़े शब्दों में लिखे पत्र में राज्यपाल ने विजयन को सूचित किया है कि यदि मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति बनने के उद्देश्य से अधिनियम में संशोधन के लिए अध्यादेश लाया जाता है तो वह उस पर तुरंत हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, उनकी स्वायत्ता को बाधित नहीं करना चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति के तौर पर उन्होंने उच्च शिक्षण संस्थानों में स्वायत्ता लाने का काफी प्रयास किया।
खान ने कहा, ‘‘मैंने उन्हें यह समझाने का काफी प्रयास किया कि आपको विश्वविद्यालयों के कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। मैं इस राजनीतिक हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं कर सकता।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने पत्र में लिखा है कि जिस तरह से वहां (विश्वविद्यालयों में) राजनीतिक हस्तक्षेप हो रहा है... यह मेरे लिए बर्दाश्त से बाहर हो गया है और मैं सरकार के साथ कोई संघर्ष नहीं चाहता।’’
राज्यपाल ने कहा, ‘‘वे विश्वविद्यालयों का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करना चाहते हैं। और मैं उसे उस उद्देश्य के लिए नहीं चाहता।’’
इस बीच, विपक्षी कांग्रेस ने माकपा नीत सरकार पर इस मामले को लेकर प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि वामपंथी सरकार विश्वविद्यालयों को ‘‘पार्टी प्रकोष्ठ’’में तब्दील कर रही है।
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