Kerala: गवर्नर आरिफ मोहम्मद खान ने वायनाड में आत्महत्या करने वाले छात्र के परिजनों से मुलाकात करके कहा, "इस घटना में एसएफआई के कार्यकर्ता शामिल हैं"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 1, 2024 02:45 PM2024-03-01T14:45:22+5:302024-03-01T14:57:12+5:30
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उस पशु चिकित्सा छात्र जेएस सिद्धार्थ के परिवार से मुलाकात की, जिनने 18 फरवरी को वायनाड में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
तिरुवनंतपुरम:केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुक्रवार को पशु चिकित्सा छात्र जेएस सिद्धार्थ के परिवार से मुलाकात की, जिनने 18 फरवरी को वायनाड में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार राज्यपाल खान ने मृत छात्र सिद्धार्थ के परिजनों से तिरुवनंतपुरम के नेदुमंगड स्थित आवाल पर गये और वहां पर छात्र के माता-पिता से मुलाकात की।
बताया जा रहा है कि मृत छात्र के परिवार ने दो दिन पहले ही राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात करके घटना के संबंध में अपनी शिकायत उन्हें दी है।
राज्यपाल ने सिद्धार्थ के परिवार से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "मैं यहां परिवार, खासकर मां का दुख साझा करने आया हूं, जो बहुत बुरी स्थिति में है। पुलिस और विश्वविद्यालय कह रहे हैं कि एसएफआई कार्यकर्ता इस घटना में शामिल हैं। यहां युवाओं को हिंसा के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है लेकिन वे महज मोहरे हैं।''
उन्होंने राजनीतिक दलों से अपनी रणनीतियों पर 'पुनर्विचार' करने और हिंसा छोड़ने का आग्रह करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय की राजनीति की प्रक्रिया में युवाओं का भविष्य बर्बाद हो गया है।
गवर्नर खान ने कहा, "हमें केवल इस एक मामले से अधिक के बारे में सोचना होगा, हमें सभी युवाओं के बारे में सोचना होगा। जब युवाओं के खिलाफ पुलिस मामला होता है, तो इसमें वर्षों लग जाते हैं। वे किसी भी नौकरी के लिए आवेदन नहीं कर सके और वे राजनीतिक लोगों पर निर्भर हो गए। अब राज्य के लोगों को सोचना चाहिए कि हिंसा का पंथ समाप्त होना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "इसमें युवाओं का भविष्य बर्बाद हो रहा है। मैं हर राजनीतिक दल से अपील करता हूं कि वे अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करें। वे कैसे काम करना चाहते हैं, इस पर पुनर्विचार करें और हिंसा छोड़ दें।"
घटना के संबंध में केरल पुलिस ने कहा कि 20 साल का छात्र जेएस सिद्धार्थ 18 फरवरी को अपने छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया था। वहीं सिद्धार्थ के रिश्तेदार ने बीते गुरुवार को कहा, "यह आत्महत्या नहीं बल्कि हत्या का मामला है। परिसर के अंदर छात्रों के एक समूह ने सिद्धार्थ पर बेरहमी से हमला किया और उसे मारा दिया है।"
इससे पहले 29 फरवरी को केरल पुलिस ने पशु चिकित्सा छात्र की मौत के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि सातवें व्यक्ति को दिन में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
इस मामले में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचा रही है और मामले को कथित तौर पर दबाने की कोशिश करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आग्रह किया।
वहीं कानून मंत्री पी राजीव ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपी चाहे किसी भी संगठन से जुड़े हों। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने भी राज्य पुलिस प्रमुख को छात्र की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल गठित करने का निर्देश दिया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है।