कोझिकोड ट्रेन आगजनी मामले के आरोपी की जानकारी लीक करने पर केरल सरकार का एक्शन, आरोपी आईपीएस अधिकारी को किया निलंबित
By अंजली चौहान | Published: May 19, 2023 11:09 AM2023-05-19T11:09:41+5:302023-05-19T11:11:46+5:30
केरल सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और राज्य की एटीएस इकाई के पूर्व प्रमुख महानिरीक्षक पी विजयन को एलाथुर ट्रेन आगजनी मामले के आरोपी की सूचना लीक करने के मामले में निलंबित कर दिया है।

फाइल फोटो
तिरुवनन्तपुरम:केरल के कोझिकोड जिले में ट्रेन में आगजनी मामले में राज्य सरकार ने एक आईपीएस अधिकारी के खिलाफ एक्शन लिया है।
केरल सरकार ने वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और राज्य की एटीएस इकाई के पूर्व प्रमुख महानिरीक्षक पी विजयन को एलाथुर ट्रेन आगजनी मामले के आरोपी की सूचना लीक करने के मामले में निलंबित कर दिया है।
निलंबन आदेश के अनुसार, एडीजीपी कानून व्यवस्था, एमआर अजीत कुमार द्वारा प्रस्तुत एक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई, जिसमें आरोपी व्यक्ति के परिवहन के बारे में जानकारी का लीक होना एक गंभीर सुरक्षा विफलता थी।
आदेश में यह भी कहा गया है कि विजयन, एक महानिरीक्षक रैंक के अधिकारी और ग्रेड एसआई मनोज कुमार के जो ट्रेन आगजनी मामले की जांच करने वाली टीम का हिस्सा नहीं थे।
उन्होंने अधिकारियों से संपर्क किया था जो आरोपियों को सड़क मार्ग से कोझिकोड ले जा रहे थे। इसमें आगे कहा कि चूंकि पुलिस की एटीएस शाखा से अधिक सावधानी से काम करने की अपेक्षा की जाती है।
एडीजीपी की रिपोर्ट के आधार पर इसके अधिकारियों की विस्तृत जांच आवश्यक थी।
केरल सरकार की ओर से निलंबन आदेश में सख्ती से कहा गया कि मामले की जांच पूरी होने तक विजयन को सेवा से निलंबित करना जरूरी है। वहीं, मामले की जांच एडीजीपी के पद्मकुमार करेंगे।
रत्नागिरी से पकड़ा गया था आरोपी सैफी
गौरतलब है कि ट्रेन को आग के हवाले करने वाले सैफी 5 अप्रैल को रत्नागिरी से गिरफ्तार किया गया था। उसने 2 अप्रैल की रात को कोझिकोड जिले के एलाथुर के पास कोरापुझा ब्रिज पर ट्रेन के पहुंचने पर यात्रियों पर कथित तौर पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी थी।
घटना में नौ लोग झुलस गए। आग से बचने के प्रयास में ट्रेन से नीचे गिरने के बाद इस घटना में तीन लोगों - एक महिला, एक शिशु और एक पुरुष की मौत हो गई।
रत्नागिरी से केरल ले जाने के क्रम में पुलिस ने मीडिया और जनता के ध्यान से बचने के लिए संदिग्ध शाहरुख सैफी को एक निजी एसयूवी में सड़क मार्ग से राज्य में गुप्त रूप से लाने योजना बनाई थी।
हालांकि ये योजना सफल नहीं हो सकी क्योंकि वाहन का टायर पंक्चर हो गया था और केवल तीन अधिकारियों को आरोपी की एक झलक पाने के लिए स्थानीय लोग वहां जमा हो गए थे।
टायर फटने की घटना तब हुई जब टीम राज्य के कन्नूर जिले से होकर जा रही थी और अधिकारी लगभग एक घंटे तक एसयूवी के अंदर बैठे रहे, उनकी आगे की यात्रा के लिए एक वैकल्पिक वाहन की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे।
बता दें कि इस घटना की जांच के लिए केरल पुलिस की एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया था।