केरल में बाढ़ः एर्नाकुलम, इडुक्की और अलाप्पुझा में ‘रेड अलर्ट’ घोषित, मरने वालों की संख्या 88 हुई
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 13, 2019 03:55 PM2019-08-13T15:55:41+5:302019-08-13T15:55:41+5:30
सरकार के अनुसार सुबह नौ बजे मिली ताजा आधिकारिक जानकारी के अनुसार आठ अगस्त से लेकर अब तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में 88 लोगों की जान गई है, आंकड़े के बढ़ने की आशंका है, जहां 40 लोग अब भी लापता हैं।
केरल के तीन जिलों में मंगलवार को ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया। बाढ़ग्रस्त उत्तरी हिस्से में जहां हालात बेहतर होते दिख रहे हैं वहीं मध्य केरल में भीषण बारिश की संभावना है।
वहीं बारिश संबंधी घटनाओं में मृतकों की संख्या 88 हो गई है। आईएमडी सूत्रों ने बताया कि एर्नाकुलम, इडुक्की और अलाप्पुझा में मंगलवार और उत्तरी जिलों मलप्पुरम और कोझिकोड में बुधवार के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के निदेशक के. संतोष ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की संभावना है। सरकार के अनुसार सुबह नौ बजे मिली ताजा आधिकारिक जानकारी के अनुसार आठ अगस्त से लेकर अब तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में 88 लोगों की जान गई है, आंकड़े के बढ़ने की आशंका है, जहां 40 लोग अब भी लापता हैं।
88 people have died in 14 districts of #Kerala since 8th August due to floods; 40 reported missing. #KeralaFloodspic.twitter.com/mjUXHXUmbx
— ANI (@ANI) August 13, 2019
राज्य में 1,332 राहत शिविरों में 2.52 लाख से अधिक लोगों ने शरण ली है। कोल्लम, पत्तनमतिट्टा, कोट्टयम, पलक्कड, त्रिशूर और मलप्पुरम में मंगलवार को ‘ऑरेंज अलर्ट’ भी जारी किया गया था। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने सबसे अधिक प्रभावित जिलों मलप्पुरम और वायनाड को दौरा किया, जहां आठ अगस्त को भूस्खलन की लगातार हुई घटनाओं में 41 लोगों की जान चली गई थी।
Kerala Chief Minister Pinarayi Vijayan leaves from Thiruvananthapuram; he will visit flood-affected areas of Wayanad and Malappuram today pic.twitter.com/kEopxCXT3T
— ANI (@ANI) August 13, 2019
वायनाड के मेप्पदी स्थित राहत शिविर में लोगों से विजयन ने कहा ‘‘ सरकार आपके साथ है... हमें एकसाथ मिलकर सभी मुसीबतों और कठिनाइयों से बाहर निकलने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा कि सरकार राहत कार्यों को प्राथमिकता दे रही है, जिसके बाद वह पुनर्वास की पहल पर ध्यान देगी। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अपने घर, सम्पत्ति और खेत पूरी तरह खो दिए हैं। कुछ लोग जो लापता हैं, उनका पता लगाया जा रहा है।’’
मुख्यमंत्री मलप्पुरम के राहत शिविरों का दौरा भी करेंगे। वह अधिकारियों और लोगों के प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक करेंगे। राज्य के राजस्व मंत्री ई. चंद्रशेखरन और मुख्य सचिव टॉम जोस भी मुख्यमंत्री के साथ हैं। कांग्रेस नेता एवं वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने हाल में प्रभावित इलाकों और राहत शिविरों का दौरा किया था। उन्होंने कहा था, ‘‘यह केवल वायनाड के लिए नहीं, बल्कि पूरे केरल और कुछ दक्षिण राज्यों के लिए भी दुखद है। यह केवल वायनाड की परेशानी नहीं है, यह केरल की परेशानी है, यह कर्नाटक की परेशानी है।’’
कांग्रेस नेता ने सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति पर सरकारी अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक में शामिल होने के बाद कलपेट्टा में पत्रकारों से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि केंद्र सरकार को इन राज्यों के लोगों की स्थिति पर ध्यान देने और व्यापक स्तर पर उनकी मदद करने की जरूरत है।’’
केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए यूएई में राहत सामग्री संग्रह केंद्र
संयुक्त अरब अमीरात में रह रहे अनिवासी भारतीय केरल में आई बाढ़ से प्रभावित हजारों लोगों की मदद के लिए साथ आए हैं। इस बाढ़ में अब तक 88 लोगों की मौत हो चुकी है। खलीज टाइम्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक मूल रूप से केरल के रहने वाले 50 रंगमंच कलाकारों के समूह ‘वॉइस ऑफ ह्यूमैनिटी’ ने बाढ़ प्रभावितों के लिए राहत सामग्री जुटाने के लिए संग्रह केंद्र स्थापित किए हैं।
समूह की संयुक्त सचिव शौकी सुलेमान ने कहा, ‘‘ हम विशेष तौर पर कपड़े,महिलाओं और बच्चों के सेहत से जुड़े सामान, बिस्कुट जैसे खाने के सामान तथा चप्पल आदि एकत्र कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि दुबई में तीन संग्रह केंद्र बनाए गए हैं।
सुलेमान ने बताया कि भारत में विभिन्न शिविरों में बचाव और राहत कार्य में समन्वय कर रहे समूह के सदस्यों से मिली जानकारी के आधार पर जरूरतों का आकलन किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम संग्रहित सामान कार्गो के जरिये भेजेंगे, जिसे हमारे सदस्य व्यक्तिगत रूप से वितरित करेंगे। हम हर संभव मदद की कोशिश कर रहे हैं।’’