मिनटों में बदली किस्मत और ऑटो चालक बन गया करोड़पति, जीती 25 करोड़ की ओणम बम्पर लॉटरी, कर कटौती के बाद इतनी रकम आएगी हाथ
By अनिल शर्मा | Published: September 19, 2022 07:56 AM2022-09-19T07:56:33+5:302022-09-19T08:12:05+5:30
टिकट नंबर टीजे-750605 ने प्रथम पुरस्कार जीता और हर कोई यह जानने के लिए उत्सुक था कि भाग्यशाली विजेता कौन है। बाद में अनूप ने दावा किया कि वह भाग्यशाली विजेता है।
तिरुवनंतपुरमः कहते हैं ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है। ऐसा ही कुछ हुआ तिरुवनंतपुरम के एक ऑटो चालक के साथ हुआ। किस्मत ऐसा मेहरबान हुआ कि पलभर में वह करोड़पति बन गया। बता दें कि तिरुवनंतपुरम के श्रीवरहम के ऑटो चालक अनूप ने इस साल की ओणम बम्पर लॉटरी जीती है। ओणम बम्पर ने 25 करोड़ रुपये की उच्चतम पुरस्कार राशि रखी थी।
मलेशिया जाने की योजना बना रहा था ऑटो चालक
बताया जा रहा है कि अनूप ने शनिवार रात भगवती एजेंसी से लकी टिकट खरीदा था। इतनी बड़ी रकम जीतने के बाद ऑटोरिक्शा चालक का काम करने वाले अनूप पूरे उत्साह में हैं। अनूप पहले एक होटल में शेफ के तौर पर काम कर रहा था। उसकी मलेशिया जाने की योजना थी। इसके लिए उसने बैंक से कर्ज भी लिया था।
केरल के वित्त मंत्री के एन बालगोपाल ने रविवार दोपहर परिवहन मंत्री एंटनी राजू और वट्टियूरकावु विधायक वी के प्रशांत की मौजूदगी में लकी ड्रॉ की घोषणा की। जानकर हैरान होंगे कि केरल लॉटरी के इतिहास में इतनी बड़ी रकम कभी नहीं रखी गई थी। पहले पुरस्कार के लिए 25 करोड़ रुपये की राशि की पेशकश थी। वहीं दूसरे के लिए 5 करोड़ रुपये तो तीसरे पुरस्कार के तौर पर 10 व्यक्तियों के लिए 1 करोड़ रुपये की राशि रखी गई थी। पिछले साल के ओणम टिकट की कीमत जहां 300 थी, वहीं इस बार टिकट की कीमत 500 रुपए रखी गई थी।
कर कटौती के बाद अनूप को 15 करोड़ 75 लाख रुपये मिलेंगे
टिकट नंबर टीजे-750605 ने प्रथम पुरस्कार जीता और हर कोई यह जानने के लिए उत्सुक था कि भाग्यशाली विजेता कौन है। बाद में अनूप ने दावा किया कि वह भाग्यशाली विजेता है। कर कटौती के बाद अनूप को 15 करोड़ 75 लाख रुपये मिलेंगे।
इस साल 67 लाख ओणम बंपर टिकट छपे और लगभग सभी टिकट बिक गए
इस साल 67 लाख ओणम बंपर टिकट छपे और लगभग सभी टिकट बिक गए। टिकट की कीमत 500 रुपये थी। लॉटरी केरल सरकार के लिए आय के मुख्य स्रोतों में से एक है। टिकट बेचने वाले लॉटरी एजेंट थंकराज को भी कमीशन मिलेगा।
ओणम 30 अगस्त को अथम के साथ शुरू हुआ और थिरुवोनम के साथ संपन्न हुआ
ओणम 30 अगस्त को अथम के साथ शुरू हुआ और थिरुवोनम के साथ संपन्न हुआ। तिरुवोनम ओणम उत्सव के अंत का प्रतीक है। ओणम केरल पर शासन करने वाले राजा महाबली के शासन में सुशासन की याद में मनाया जाता है। ओणम एक फसल उत्सव है, जो मुख्य रूप से मलयाली द्वारा मनाया जाता है। यह त्योहार परिवार और दोस्तों के लिए एक साथ आने और पारंपरिक खेलों, संगीत और नृत्य में शामिल होने और एक भव्य दावत, 'ओनासद्या' में भाग लेने का अवसर होता है।