तांत्रिकों की सलाह पर KCR नहीं आते है सचिवालय, पार्टी का नाम भी TRS से बदल कर किया BRS- निर्मला सीतारमण का दावा

By भाषा | Published: October 9, 2022 07:48 AM2022-10-09T07:48:48+5:302022-10-09T07:57:28+5:30

इस मामले में बोलते हुए वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘केसीआर ने तांत्रिकों और अंकशास्त्रियों की सलाह पर सचिवालय जाना बंद कर दिया, कई वर्षों तक महिलाओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया और अब अपनी पार्टी का नाम बदल लिया है।’’

KCR does not come secretariat advice tantriks party name changed TRS to BRS claims Nirmala Sitharaman | तांत्रिकों की सलाह पर KCR नहीं आते है सचिवालय, पार्टी का नाम भी TRS से बदल कर किया BRS- निर्मला सीतारमण का दावा

फोटो सोर्स: ANI

Highlightsवित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने तेलंगाना के सीएम केसीआर पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि केसीआर तांत्रिकों के कहने पर राज्य सचिवालय नहीं आते है। यह नहीं उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2014 से 2018 तक उनकी सरकार में एक भी महिला शामिल नहीं हुई है।

नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव पर निशाना साधते हुए शनिवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने तांत्रिक और अंकशास्त्र के जानकारों की सलाह पर न केवल राज्य सचिवालय जाना बंद कर दिया है, बल्कि लंबे समय तक महिलाओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल भी नहीं किया है। 

‘‘तांत्रिकों की सलाह’’ पर केसीआर ने बदला पार्टी का नाम- निर्मला सीतारमण

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता ने यह भी दावा किया कि केसीआर के नाम से जाने जाने वाले राव ने ‘‘तांत्रिकों की सलाह’’ पर अपनी पार्टी का नाम बदल लिया है। गौरतलब है कि इस सप्ताह की शुरुआत में, राव ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले पार्टी की राष्ट्रीय विस्तार योजनाओं के तहत तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) कर दिया था। 

इस पर बोलते हुए सीतारमण ने एक बयान में कहा, ‘‘तेलंगाना की भावना को समझने के लिए टीआरएस का गठन किया गया था। राव ने तेलंगाना को धोखा दिया और तांत्रिकों की सलाह पर टीआरएस का नाम बदलकर भारतीय राष्ट्र समिति (बीआरएस) कर दिया।’’ 

टीआरएस सरकार में 2014 से 2018 तक एक भी महिला ने नहीं हुई शामिल

केंद्रीय वित्त मंत्री कहा कि जब तेलंगाना का गठन हुआ था, तब राव ने महिला सशक्तीकरण के बारे में भी बात की थी, ‘‘लेकिन चार साल तक (2014 से 2018 तक) टीआरएस सरकार में एक भी महिला मंत्री नहीं शामिल की गई थी’। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दक्षिणी राज्य में टीआरएस के फिर से सत्ता में आने के बाद भी लगभग एक साल तक कैबिनेट में कोई महिला मंत्री नहीं रही। 

अंकशास्त्रियों की सलाह पर सचिवालय नहीं आते केसीआर- निर्मला सीतारमण

वहीं इस मामले में निर्मला सीतारमण ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि, ‘‘केसीआर ने तांत्रिकों और अंकशास्त्रियों की सलाह पर सचिवालय जाना बंद कर दिया, कई वर्षों तक महिलाओं को अपने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया और अब अपनी पार्टी का नाम बदल लिया है।’’ सीतारमण ने कहा कि टीआरएस के शासन काल में तेलंगाना राजस्व-अधिशेष वाले राज्य की श्रेणी से राजस्व-घाटा वाले राज्य के रूप में तब्दील हो गया है। 

कालेश्वरम परियोजना के बारे में उन्होंने कहा कि इसे 40,000 करोड़ रुपए के बजट के साथ पूरा किया जाना था, जो बढ़कर 1.4 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि इसके वास्तविक कारणों का पता नहीं चल सका है। सीतारमण ने आरोप लगाया कि टीआरएस सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। 

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