जम्मू: भयानक सर्दी के बीच कश्मीर के हजारों स्कूली छात्रों को स्कूल जाना ही होगा। कश्मीर के स्कूल शिक्षा निदेशालय के इस आदेश में विभिन्न जिलों के उपायुक्तों के वे आदेश भी तड़का लगा रहे हैं जिसमें इन सर्दियों में बिजली के उपकरणों की बिक्री पर या तो रोक लगा दी गई है या फिर उनकी खरीद के लिए भुगतान किए गए बिल को दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है।
स्कूल शिक्षा निदेशक तसादुक हुसैन मीर द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि कश्मीर में स्कूली शिक्षा सत्र को बदल दिए जाने के कारण कश्मीर में इस बार स्कूलों में उसी सूरत में सर्दियों की छुट्टियों की घोषणा होगी अगर तापमान शून्य से 2 या 4 डिग्री नीचे चला जाता है और मौसम स्कूल लगाने के लिए प्रतिकूल होगा।
फिलहाल जम्मू कश्मीर में दो दिनों की बर्फबारी के कारण कई इलाकों में 8वीं तक के स्कूलों में दो दिनों की छुट्टी घोषित की जा चुकी है। हालांकि उच्चतर कक्षाओं के विद्यार्थी भयानक सर्दी में भी बर्फ के बीच स्कूलों में हाजिरी लगा रहे हैं।
स्कूल पहुंचने वाले छात्रों और स्कूली स्टाफ को सर्दी के बीच कक्षाओं में पढ़ाई करनी पड़ रही है। दरअसल प्रदेश के कई जिलों के उपायुक्तों ने बिजली के उन उपकरणों की बिक्री पर कई प्रकार की पाबंदियां लगा दी हैं जिनसे घरों व स्कूलों की कक्षाओं को गर्म रखा जाता था।
ऐसे में हालत यह है कि छात्रों के अभिभावक परेशानी में हैं। अभी तक यही होता था कि सर्दियों की शुरूआत के साथ ही स्कूलों में दो महीनों का अवकाश घोषित कर दिया जाता था पर अब पूरे केंद्र शासित प्रदेश में शिक्षा सत्र एक ही कर दिए जाने के कारण इसका खामियाजा कश्मीर के छात्रों को भुगतना पड़ रहा है।