प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को करतारपुर कॉरिडोर की एकीकृत जांच चौकी (आईसीपी) का उद्घाटन करेंगे जो भारत के पंजाब में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारे को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नारोवाल जिले के करतारपुर स्थित दरबार साहिब से जोड़ेगी।
प्रधानमंत्री पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक में जांच चौकी का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उद्घाटन समारोह से पहले मोदी सुल्तानपुर लोधी में बेर साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकेंगे। मोदी बाद में डेरा बाबा नानक में एक सार्वजनिक समारोह में हिस्सा लेंगे।
आईसीपी की जांच चौकी के उद्घाटन से भारतीय तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान में गुरुद्वारा करतारपुर साहिब जाने में सुविधा होगी। बयान के अनुसार भारत ने 24 अक्टूबर को डेरा बाबा नानक में अंतरराष्ट्रीय सीमा के ‘जीरो प्वाइंट’ पर कॉरिडोर के परिचालन के तौर-तरीकों पर 24 अक्टूबर को पड़ोसी देश के साथ करार किया था।
दिल्ली सरकार श्रद्धालुओं को मुफ्त में करतारपुर साहिब के दर्शन कराएगी
दिल्ली मंत्रिमंडल ने शुक्रवार को सैद्धांतिक रूप से श्रद्धालुओं को मुफ्त में पाकिस्तान के करतारपुर स्थित ननकाना सहिब गुरुद्वारे का दर्शन कराने का फैसला लिया। यह सुविधा ‘मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना’ के तहत दी जाएगी। यह फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में लिया गया।
केजरीवाल ने कहा कि करतारपुर साहिब के दर्शन पर आने वाले खर्च को सरकार वहन करेगी। उल्लेखनीय है कि दिल्ली की आम आदमी पार्टी ने वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराने के लिए पूर्ण रूप से वित्तपोषित योजना इस साल जुलाई में लागू की थी और मौजूदा समय में 12 तीर्थस्थलों को दर्शन की सूची में रखा गया है।
गुरुनानक जयंती पर 11-12 नवंबर को सम-विषम व्यवस्था से छूट
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा कि सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशपर्व पर लोगों के निर्बाध आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए 11 और 12 नवंबर को सम-विषम वाहन व्यवस्था लागू नहीं होगी।
संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के प्रकाश पर्व पर आयोजित समारोह में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हो इसलिए यह फैसला लिया गया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए चार से 15 नवंबर तक सम-विषम योजना लागू करने की घोषणा की थी। यह व्यवस्था सुबह आठ बजे से शाम आज बजे तक प्रभावी होती है।