बंगलुरु 15 मईः कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के नतीजे जैसे साफ होते जाएंगे यह साफ होता जाएगा कि एचडी कुमारस्वामी किंगमेकर बनेंगे या किंग। हालांकि वे इसमें हार गए हैं। लेकिन अपनी सीट बचाने में वे कामयाब हो गए हैं। यहां लेकिन किंगमेकर या किंग दोनों ही बनने में सबसे बड़ी अड़चन इस बार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने रामरगरम सीट पर महिला उम्मीदवार लिलावथी को टिकट डाली है। लेकिन वो फेल रहीं। दूसरी कांग्रेस ने इस सीट पर मुसलमान उम्मीदवार इकबाल हुसैन एचए ने ज्यादा टक्कर दी।
इस सीट की एक खास बात है यहां पुरुष वोटरों की संख्या से ज्यादा महिला मतदाताओं की संख्या ज्यादा है। बीजेपी इसीलिए महिला उम्मीदवार मैदान में उतारा है।
रामनगरम कर्नाटक की 183वीं विधानसभा है। यह ग्रेटर बंगलुरु रीजन के रामनगरम जिले के अंतरगत ही आती है। लोकसभा की बात करें तो यह सीट बंगलुरु रूरल के अंतरगत आती है। यहां कुल 2,05,031 वोटर हैं। इनमें कुल 1,02,011 पुरुष और 1,02,978 महिला मतदाता हैं। लिंग का अनुपात यहां पर 100.93 है। रामनगरम की शिक्षा दर 80.58 फीसदी है।
| पार्टी | उम्मीदवार |
| कांग्रेस | इकबाल हुसैन एचए |
| बीजेपी | लिलावथी |
| जेडीएस | एचडी कुमारस्वामी |
बीते 10 सालों से यहां एचडी कुमारस्वामी का राज है। साल 2008 में उन्होंने कांग्रेस के एम रुद्रेशा को करीब 47000 वोटों से हराया था। यह उस वक्त की करीब सबसे बड़ी जीतों में एक थी। यही हाल साल 2013 के चुनावों में हुए थे। जब बाकी सीटों के चुनाव परिणामों महज 5 से 10 हजार वोटों के अंतर होते थे वही एचडी कुमार स्वामी ने साल 2013 कर्नाटक विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के मारीदेवारू को करीब 25 हजार वोटों से हराया था।
हालांकि मोदी लहर और कुमारस्वामी का गढ़ होने के बावजूद प्रदेश में हुए आखिरी चुनाव लोकसभा चुनाव 2014 में कांग्रेस के डीके सुरेश ने जेडीएस के आरपी रेड्डी को करीब 10000 वोट से हराया था।