Karnataka Result: कौन हैं सुनील कानुगोलू जिसने कर्नाटक में लिखी कांग्रेस की जीत की पटकथा, प्रशांत किशोर के साथ कर चुके हैं काम
By विनीत कुमार | Published: May 13, 2023 05:48 PM2023-05-13T17:48:04+5:302023-05-13T18:13:40+5:30
Karnataka Election Result: कर्नाटक में कांग्रेस ने दमदार जीत हासिल की है। इस जीत के बीच सुनील कानुगोलू के नाम की भी चर्चा होने लगी है। जानिए इनके बारे में...
बेंगलुरु: कर्नाटक में कांग्रेस ने अपने दम पर बहुमत हासिल कर लिया है। कांग्रेस की जीत की कई अहम वजह हैं। साथ ही इस जीत के बाद एक और शख्स सुनील कानुगोलू की भी खूब चर्चा हो रही है। सुनील कनुगोलू चुनावी रणनीतिकार हैं। इससे पहले साल 2018 के विधानसभा चुनाव में यही सुनील कनुगोलू भाजपा के साथ थे लेकिन मौजूदा चुनाव में उन्होंने अपनी खास रणनीतियों की बदौलत न केवल कांग्रेस को दक्षिण का यह किला जीताने में बड़ी भूमिका निभाई बल्कि 2024 के आम चुनाव से पहले इस पार्टी के कार्यकर्ताओं को उत्साह से भर दिया।
सुनील कानुगोलू कौन हैं, सर्वे की रणनीति ने दिलाई सफलता
सुनील कानुगोलू को कांग्रेस ने पिछले साल मार्च में बतौर चुनाव रणनीतिकार बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी। दो महीने बाद ही सोनिया गांधी ने पार्टी के 2024 के लोक सभा चुनाव टास्क फोर्स में बतौर सदस्य नामित किया। सुनील कानुगोली ने हाल के वर्षों में तमिलनाडु में डीएमके और एआईएडीएमके के साथ भी काम किया है।
कर्नाटक चुनाव की बात करें तो कनुगोलू ने वोटिंग से पहले 8 महीनों में पांच सर्वे अपनी टीम के माध्यम से कराए थे। सूत्रों के अनुसार कुछ सीटों को छोड़कर प्रत्याशियों का चयन इन्हीं सर्वे के आधार पर किया गया था।
सुनील कानुगोलू पहले चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ भी काम कर चुके हैं। साल 2014 में नरेंद्र मोदी के चुनाव अभियान में कानुगोलू ने भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और भाजपा के एसोसिएशन ऑफ बिलियन माइंड्स (एबीएम) के प्रमुख के रूप में कार्य करते थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और कर्नाटक में पूर्व में भाजपा के चुनाव अभियानों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कर्नाटक के रहने वाले हैं सुनील कानुगोलू
मूल रूप से कर्नाटक के कानुगोलू स्कूल के दिनों में चेन्नई में रहे हैं। उन्हें कन्याकुमारी से कश्मीर तक राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो यात्रा' की योजना बनाने का भी श्रेय दिया जाता है। इस यात्रा ने राहुल गांधी और कांग्रेस की छवि को उभारने में बड़ा रोल निभाया।
सुनील कानुगोलू के सामने अब तेलंगाना में कांग्रेस की राजनीतिक किस्मत को जगाना सहित राजस्थान और छत्तीसगढ़ में इसी साल होने वाले चुनावों में पार्टी मजबूत स्थिति में लाने का लक्ष्य है। साथ ही कानुगोलू के सामने कांग्रेस को पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत दावेदार देने का भी लक्ष्य होगा।