कर्नाटक चुनाव: एग्जिट पोल्स में बीजेपी आगे, देखिए इससे पहले 5 राज्यों के एग्जिट पोल्स कितने सच साबित हुए थे
By कोमल बड़ोदेकर | Published: May 13, 2018 08:09 AM2018-05-13T08:09:22+5:302018-05-13T08:09:22+5:30
कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के लिए शनिवार को 224 सीटों में से 222 सीटों पर हुआ मतदान सम्पन्न हो चुका है। अब बहस एग्जिट पोल के नतीजों पर हो रही है जिसमें कांग्रेस को बढ़त मिलते का अनुमान बताया जा रहा है।
बेंगलोर/नई दिल्ली, 15 मई। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के लिए शनिवार को 224 सीटों में से 222 सीटों पर हुआ मतदान सम्पन्न हो चुका है। मतदान समाप्त होते ही अलग-अलग टीवी चैनलों और सर्वे एजेंसियों ने अपने-अपने एग्जिट पोल के नतीजे जारी किए। राष्ट्रीय और क्षेत्रीय द्वारा कराए गये 12 एग्जिट पोल्स के नतीजों का लोकमत न्यूज ने विश्लेषण किया। इन 12 एग्जिट पोल्स में से सात में दावा किया गया है कि बीजेपी कर्नाटक में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी। कुछ सर्वे में बीजेपी बहुमत से कुछ सीटें ज्यादा पाने का अनुमान जताया गया है। कुछ सर्वे के अनुसार सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी बहुमत से कुछ दूर रह जाएगी। वहीं 12 में से 5 एग्जिट पोल्स में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभनरे का अनुमान जताया गया है।सभी एग्जिट पोल्स में जेडीएस को तीसरे नंबर की पार्टी बताया गया है। अगर चुनाव परिणाम त्रिशंकु हुए तो जेडीेएस किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है। चुनाव के नतीजे 15 मई को आएँगे। उससे पहले आइए देखते हैं कि इससे पहले पाँच अन्य राज्यों के विधान सभा चुनाव के बाद सामने आए एग्जिट पोल्स बाद में सच के कितने करीब साबित हुए थे।
में कांग्रेस और बीजेपी दोनों को ही बहुमत मिलने का अनुमान लगा रहे हैं। लेकिन इसके पहले ही कई सर्वे और राजनीतिक पंडित एग्जिट पोल के जरिए राज्य में सरकार बनाने और राजनीतिक उथल-पुथल के समीकरण बना रहे हैं।
क्या वास्तव में चुनाव के बाद होने वाले एग्जिट पोल के नतीजे विश्वसनीय होते हैं आईए इन्हें पूर्व में हुए कुछ राज्यों में चुनावों के बाद हुए एग्जिट पोल के आंकड़ों के माध्यम से समझते हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव 2015 में गलत साबित हुआ एग्जिट पोल
2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के लिए हुए मतदान के बाद आए एग्जिट पोल में साफतौर पर एनडीए गठबंधन को बढ़त बताते हुए उनकी सरकार बनते हुए दिखाई गई, लेकिन इसके कुछ दिन बाद आए चुनाव के नतीजों ने इन एग्जिट पोल के परिणामों को सिरे खारिज कर दिया। इसमें एनडीए गठबंधन नहीं बल्कि आरजेडी और जेडीयू के महागठबंधन को पूर्ण बहुमत हासिल हुआ था। 243 सीटों वाली इस बिहार विधानसभा में महागठबंधन को 178 सीटों के साथ भारी बहुमत मिला था।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में गलत साबित हुए एग्जिट पोल के नतीजे
2015 में हुए दिल्ली विधानसभा चुनाव में अधिकतर एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त दिखाई गई थी, लेकिन 2013 की ही तरह दोनों ही बार हुए दिल्ली के विधानसभा चुनाव में एग्जिट पोल पूरी तरह से गलत साबित हुआ था। जबकि, आम आदमी पार्टी ने राजधानी दिल्ली में हुए दोनों विधानसभा चुनाव के बाद अपनी सरकार बनायी थी।
उत्तर प्रदेश चुनाव 2017 के एग्जिट पोल सही साबित हुए
उत्तर प्रदेश में साल 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद आए अलग-अलग एग्जिट पोल के नतीजों ने बीजेपी को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरता हुआ बताया था। इस दौरान बीजेपी को बहुमत या उसके सबसे बड़ी पार्टी बनने का अनुमान लगाया गया था। जो बाद में आए चुनाव के परिणामों में सही साबित हुआ।
गुजरात चुनाव 2017 में सही साबित हुए एग्जिट पोल के नतीजे
गुजरात में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान मतदान के बाद कई एग्जिट पोल ने बीजेपी को स्पष्ट बहुमत दिखाया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गृह राज्य गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी को 100 से ज्यादा सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था।
हिमाचल प्रदेश चुनाव में सही साबित हुए एग्जिट पोल के नतीजे
हिमाचल प्रदेश में हुए चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजो में बीजेपी को भारी मतों से सरकार बनाते हुए बताया गया था। कांग्रेस की तमाम कोशिशों के बाद वीरभद्र सिंह अपनी कुर्सी गंवा सकते हैं। एनबीटी-सी वोटर एग्जिट पोल के मुताबिक 68 विधानसभा सीटों वाले हिमाचल में 41 सीटों पर भाजपा की जीत का अनुमान जताया था। वहीं, सत्ताधारी कांग्रेस को महज 25 सीटें मिलने का अनुमान जताया था।