कर्नाटक: सीएम सिद्धरमैया के बयान से चढ़ा सियासी पारा, भाजपा, जद(एस) के कई विधायकों के जल्द ही कांग्रेस में शामिल होने की बात कही
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 6, 2023 07:53 PM2023-11-06T19:53:57+5:302023-11-06T19:55:14+5:30
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता स्वेच्छा से कांग्रेस में शामिल होंगे।
बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि आने वाले दिनों में राज्य में भाजपा और जनता दल (सेक्युलर) के कई विधायक, नेता और कार्यकर्ता स्वेच्छा से कांग्रेस में शामिल होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी "ऑपरेशन हस्त" में शामिल नहीं है। सिद्धरमैया ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद राज्य में मुख्यमंत्री बदला जाएगा या नहीं, यह कांग्रेस आलाकमान तय करेगा।
पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि मौजूदा विधायकों, पूर्व विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं सहित भाजपा और जद (एस) के कई लोग कांग्रेस में आ रहे हैं तथा राज्य में सत्तारूढ़ पार्टी ने उनपर किसी भी प्रकार का दबाव नहीं बनाया है। सिद्धरमैया ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ऑपरेशन हस्त' चलाने का कोई सवाल ही नहीं है, जो भी पार्टी में आएगा हम उसे शामिल करेंगे। कोई 'हस्त' नहीं, कोई ऑपरेशन नहीं। जो कोई भी हमारी पार्टी की विचारधारा और नेतृत्व को स्वीकार करते हुए पार्टी में आएगा - चाहे वह भाजपा से हो या जद(एस) से हो, क्या हम (उन्हें) 'ना' कह सकते हैं?''
भाजपा के ‘ऑपरेशन लोटस’ की तरह ‘ऑपरेशन 'हस्त' (कांग्रेस का चुनाव चिह्न हाथ) सत्तारूढ़ पार्टी को और मजबूत करने और सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए विपक्षी विधायकों को अपने पाले में लाने के कांग्रेस के कथित प्रयास के संदर्भ में है। सिद्धरमैया ने हाल में अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ नाश्ते पर हुई बैठक के बारे में बात की और कहा कि जिला प्रभारी मंत्रियों और विधायकों को अपने-अपने क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवार की जीत सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
अगले साल होने वाले संसदीय चुनाव से पहले, या उसके बाद राज्य में मुख्यमंत्री बदलने के बारे में भाजपा के एक नेता की कथित टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, सिद्धरमैया ने कहा, "वह हमारी पार्टी के मामले पर टिप्पणी क्यों कर रहे हैं? हमारे पास निर्णय लेने के लिए आलाकमान है।" पिछले हफ्ते सिद्धरमैया ने कहा था कि वह पूरे पांच साल के लिए मुख्यमंत्री बने रहेंगे। उनकी यह बात कांग्रेस में कुछ लोगों को पसंद नहीं आई और पार्टी के कई विधायकों और मंत्रियों ने इस बारे में टिप्पणी की। बाद में सिद्धरमैया ने कहा था कि आलाकमान जो भी फैसला लेगा वह उसका पालन करेंगे।